Highlights
- राजस्थान पुलिसकर्मी मध्य प्रदेश में लेंगे प्रशिक्षण।
- एक हजार नए पुलिसकर्मियों को नौ महीने का प्रशिक्षण।
- ग्वालियर के तिधरा प्रशिक्षण केंद्र में होगा प्रशिक्षण।
- राजस्थान सरकार वहन करेगी प्रशिक्षण का खर्च।
जयपुर: राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने पुलिसकर्मियों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में प्रशिक्षण कराने का फैसला किया है। नए भर्ती हुए एक हजार पुलिसकर्मियों को नौ महीने के लिए ग्वालियर (Gwalior) के तिधरा प्रशिक्षण केंद्र (Tighra Training Center) भेजा जाएगा।
राज्य सरकार ने यह महत्वपूर्ण निर्णय पुलिस कार्यक्षमता में सुधार और उन्हें आधुनिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से लिया है। मध्य प्रदेश में उपलब्ध बेहतर प्रशिक्षण सुविधाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
एक हजार पुलिसकर्मियों का विशेष प्रशिक्षण
जानकारी के अनुसार, राजस्थान में हाल ही में भर्ती हुए एक हजार पुलिसकर्मियों को मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित तिधरा प्रशिक्षण केंद्र में भेजा जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल नौ महीने की अवधि का होगा, जिसमें पुलिसकर्मियों को गहन और व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
आधुनिक पुलिसिंग पर जोर
इस प्रशिक्षण के दौरान, पुलिसकर्मियों को बुनियादी पुलिसिंग के सिद्धांतों के साथ-साथ अपराध की आधुनिक तकनीकों से भी अवगत कराया जाएगा। साइबर सुरक्षा आज के समय की एक बड़ी चुनौती है, जिसे देखते हुए उन्हें साइबर अपराधों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, शारीरिक फिटनेस पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, जो किसी भी पुलिसकर्मी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नए आपराधिक कानूनों की जानकारी और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर भी बल दिया जाएगा। तस्करी जैसे अवैध धंधों के बढ़ते कारोबार को रोकने के लिए भी नए पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे इन गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगा सकें।
राजस्थान सरकार वहन करेगी खर्च
इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम का अनुमानित खर्च करीब 11.50 लाख रुपये आएगा, जिसे राजस्थान सरकार वहन करेगी। यह दर्शाता है कि राज्य सरकार अपने पुलिस बल को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और आवश्यक संसाधनों का निवेश करने को तैयार है।
पिछले महीने, राजस्थान के पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा ने मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के साथ इस संबंध में विस्तृत चर्चा की थी। इस चर्चा के बाद ही दोनों राज्यों के बीच इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर सहमति बनी। मध्य प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजाबाबू सिंह इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निर्देशन करेंगे, जिससे इसकी गुणवत्ता और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सकेगी।
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