शांति भंग करने वालों को नहीं छोड़ेंगे: राज्यपाल: राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा, शांति भंग करने वालों को नहीं छोड़ेंगे; ब्रह्माकुमारीज़ के योगदान को सराहा

राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा, शांति भंग करने वालों को नहीं छोड़ेंगे; ब्रह्माकुमारीज़ के योगदान को सराहा
Governor Haribhau Bagde in Aburoad
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Highlights

  • राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया।
  • उन्होंने कहा, शांति भंग करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
  • ब्रह्माकुमारीज़ को महिलाओं का विश्व का सबसे बड़ा संगठन बताया।
  • मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताया और समाज में शांति बढ़ाने पर जोर दिया।
  • राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी ने शांति को सबका स्वधर्म बताया।

आबू रोड़/ 27 सितम्बर 2025। राजस्थान के राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े ने ब्रह्माकुमारीज़ के मीडिया विंग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन 2025 का शनिवार को विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, "किसी ने हमारी शांति बिगाड़ने की कोशिश की तो उसको भी छोड़ना नहीं।" राज्यपाल ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था द्वारा समाज, धर्म और देश के लिए किए गए त्याग, तपस्या और समर्पण की सराहना की। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि विश्व में ब्रह्माकुमारीज़ जैसा महिलाओं का इतना बड़ा संगठन दूसरा नहीं मिलेगा।

राष्ट्रीय मीडिया कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी, मीडिया विंग के अध्यक्ष बीके करुणा भाई, प्रो डॉ मानसिंह परमार, प्रो संजय द्विवेदी और मीडिया विंग के राष्ट्रीय संयोजक बीके शांतनु सहित देश भर से आए पत्रकार उपस्थित रहे। शांतिवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल इस दिव्य आयोजन का साक्षी बना।

मीडिया की भूमिका और भारतीय संस्कृति का महत्व

अपने उदघाटन भाषण में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने समाज में शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जड़ों को सींचकर सदा हरा रखने का कार्य करता है। राज्यपाल ने प्राचीन भारतीय लोकतांत्रिक परंपराओं का उल्लेख करते हुए बताया कि हमारे यहां चंद्रगुप्त के राज्य में भी नगर पंचायत में 30 सदस्य चुनकर आते थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी और मजबूत होगा जब चुने हुए प्रतिनिधि जाति के आधार पर नहीं बल्कि विचार और देशहित के आधार पर चुनाव लड़ेंगे। मीडिया को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

राज्यपाल ने ब्रह्माकुमारीज़ को एक आध्यात्मिक विश्वविद्यालय बताते हुए कहा कि यह प्राचीन भारतीय संस्कृति और ज्ञान का प्रचार-प्रसार कर रहा है। संस्था नशामुक्ति, पर्यावरण जागरण और अंधविश्वास दूर करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने ब्रह्मा बाबा द्वारा स्थापित इस संस्था के हर गांव तक पहुंचने और लोगों को शांति व तरक्की का रास्ता बताने के प्रयासों की प्रशंसा की।

भारतीय संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह विश्व की पहली संस्कृति है, जिसे हजारों वर्षों से छिन्न-भिन्न करने की कोशिश की गई है। उन्होंने मैकाले द्वारा 1835 में लागू की गई शिक्षा पद्धति और जजिया कर जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन सब के बावजूद हमारी संस्कृति नष्ट नहीं हुई, बल्कि तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया और हम सर्वधर्म को मानते हैं।

सनातन धर्म पर की जाने वाली टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमें ध्यान रखना होगा कि यदि कोई हमारी शांति भंग करने की कोशिश करे तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने पंडित नेहरू की किताब का हवाला देते हुए मैक्समूलर के उस कथन का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने रामायण और गीता के प्रति भारतीयों की श्रद्धा पर आश्चर्य व्यक्त किया था। राज्यपाल ने भारत की वर्तमान प्रगति का भी उल्लेख किया, जिसमें दुग्ध उत्पादन में विश्व में नंबर एक और गेहूं उत्पादन में दूसरे नंबर पर होना शामिल है।

शांति हम सबका स्वधर्म है: राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी

ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि ब्रह्मा बाबा की इच्छा थी कि सबको शांति का संदेश मिले। उन्होंने कहा कि शांति हम सबका स्वधर्म है और शांति के सागर हमारे पिता हैं। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य प्रचार करना नहीं, बल्कि मन को शांति देना है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि जहां स्वतंत्रता है, वहीं विभाजन भी हो रहा है और हिंसा व स्वार्थ बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ में हर कोई मुस्कुराता नजर आता है, क्योंकि भगवान ने उनमें विश्व परिवर्तन का बीज डाला है। अगले साल ब्रह्माकुमारीज़ के 90 वर्ष पूरे हो रहे हैं और संस्था लगातार शांति का संदेश फैला रही है। उन्होंने मन को अचल-अडोल बनाने का आह्वान किया ताकि संसार की घटनाओं का मन पर प्रभाव न पड़े और एक दिन विश्व में शांति अवश्य स्थापित हो।

हैदराबाद से आईं मीडिया विंग की उपाध्यक्ष बीके सरला दीदी ने कॉन्फ्रेंस के उद्देश्यों को सामने रखते हुए कहा कि स्वयं भगवान इस कॉन्फ्रेंस के स्त्रोत हैं। उन्होंने इस वर्ष की थीम 'शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा' पर जोर दिया और कहा कि भगवान के पास दुनिया की समस्याओं का समाधान है। उन्होंने पत्रकारों को अपने प्रोफेशन में आध्यात्मिकता मिलाकर दुनिया बदलने की प्रेरणा दी।

इससे पूर्व  राज्यपाल क़े शांतिवन पहुंचने पर सांसद लुम्बाराम, विधायक समाराम गरासिया, भाजपा जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी, भाजपा नेता पुनीत रावल सहित संस्थान क़े पदाधिकारियों ने स्वागत किया।

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