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लंबे समय से डूडी और मेघवाल के बीच चली आ रही खींचतान को गोविन्द सिंह डोटासरा ने सुलझा दिया है और दोनों के बीच मध्यस्थता करवा दी है। दोनों नेताओं में सुलह करवाने के बाद हेलीकॉप्टर में डूडी व मेघवाल की एक फोटो जारी करते हुए विपक्ष को पार्टी की एकता का संदेश भी दे दिया है।
बीकानेर | राजस्थान कांग्रेस में भले ही गहलोत और पायलट गुट में वर्चस्व की जंग जारी है, लेकिन फिर भी कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ी सफलता हासिल कर ली है।
एग्रो बोर्ड अध्यक्ष रामेश्वर डूडी और आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्दराम मेघवाल को एकजुट करने में लगे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के प्रयास सफल हो गए।
लंबे समय से डूडी और मेघवाल के बीच चली आ रही खींचतान को गोविन्द सिंह डोटासरा ने सुलझा दिया है और दोनों के बीच मध्यस्थता करवा दी है।
दोनों नेताओं में सुलह करवाने के बाद हेलीकॉप्टर में डूडी व मेघवाल की एक फोटो जारी करते हुए विपक्ष को पार्टी की एकता का संदेश भी दे दिया है।
फोटो में दोनों नेता एक-दूसरे का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाते दिख रहे हैं और उनके पास में डोटासरा बैठे हैं।
इसी के साथ हेलीकॉप्टर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर रंधावा भी मौजूद हैं।
डूडी-मेघवाल में क्या था विवाद ?
आपको बता दें कि, पिछाल विधानसभा चुनाव के दौरान एक-दूसरे की विधानसभा में क्रॉस वोटिंग को लेकर दोनों के रिश्ते में खटास आ गई थी।
पिछले विधानसभा चुनाव में रामेश्वर डूडी नोखा से चुनाव हार गए थे जिसके बाद पार्टी में उनकी साख कम हो गई थी।
वहीं खाजूवाला से विधायक गोविंदराम मेघवाल को गहलोत कैबिनेट में मंत्री बनाने के साथ सीएम गहलोत पूरी अहमियत देते रहे।
ऐसे में साढ़े चार साल तक सीएम और डूडी के बीच दूरिया पनपी रहीं। कई बार डूडी सीएम की गहलोत से असंतुष्ट भी नजर आते रहे।
लेकिन अब आगामी चुनावों से ठीक पहले गोविंद सिंह डोटासरा का जादू चला और उन्होंने दोनों नेताओं को एक बार फिर से करीब ला दिया।
बता दें कि पिछले दिनों बीकानेर के जसरासर में डूडी ने किसान सभा कर शक्ति प्रदर्शन किया जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत भी शामिल हुए।
इसके बाद डूडी व मेघवाल के बीच विवाद को लेकर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने सुलह कराने के प्रयास शुरू कर दिए और शनिवार को बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में सीएम जब हेलीकॉप्टर से पहुंचे तो उन्होंने डूडी और मेघवाल को भी अपने साथ बैठाया और दोनों के मतभेद सुलझाए।