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शर्मा ने निर्देश दिये कि वन नाका से मन्दिर तक के रास्ते में सड़क के दोनों ओर हो रहे गढ्ढों को भरवाना सुनिश्चित किया जाये तथा क्षतिग्रस्त दीवारों के पास मजबूत बैरिकेडिंग करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि चक्रधारी हनुमानजी के पास से करणी माता मंदिर तक जाने वाले पैदल रास्ते को सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी के दिन सांय 5 बजे तक श्रद्धालुओं के आवागमन हेतु खोलें, श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए
जयपुर । वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) संजय शर्मा ने सोमवार को अलवर में प्रताप बंध से करणी माता मंदिर तक रास्ते का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिये कि 3 से 11 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले करणी माता मेले से पूर्व रास्ते की सुरक्षा दीवार व सडक की मरम्मत आदि कार्य पूर्ण कर लें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होवे।
शर्मा ने निर्देश दिये कि वन नाका से मन्दिर तक के रास्ते में सड़क के दोनों ओर हो रहे गढ्ढों को भरवाना सुनिश्चित किया जाये तथा क्षतिग्रस्त दीवारों के पास मजबूत बैरिकेडिंग करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि चक्रधारी हनुमानजी के पास से करणी माता मंदिर तक जाने वाले पैदल रास्ते को सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी के दिन सांय 5 बजे तक श्रद्धालुओं के आवागमन हेतु खोलें, श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
उन्होंने सड़क के प्रत्येक मोड़ पर लाल रंग के रिफ्लैक्टर संकेतक लगवाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि मेले में वृद्ध, असहाय एवं दिव्यांग लोगों को लाने व जे जाने के लिए एक अलवर वाहिनी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेले के दौरान यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि जाम आदि नहीं हो।
इस दौरान नगर निगम के महापौर घनश्याम गुर्जर, सीसीएफ सरिस्का अभिमन्यु सिंह, पीडब्ल्यूडी की अधिशासी अभियन्ता श्रीमती अल्का व्यास व संबंधित अधिकारी एवं पं. जलेसिंह मौजूद रहे।