Highlights
- सऊदी अरब में भीषण बस दुर्घटना में 45 भारतीय उमरा जायरीनों की मौत।
- मदीना के पास मुफ्रिहात इलाके में बस डीजल टैंकर से टकराकर आग की चपेट में आई।
- हैदराबाद के मोहम्मद अब्दुल शोएब एकमात्र जीवित बचे, गंभीर रूप से घायल।
- मृतकों में अधिकांश हैदराबाद के निवासी, एक ही परिवार के 18 सदस्य शामिल।
- भारत और सऊदी सरकारें राहत व सहायता कार्यों में जुटीं।
मदीना: सऊदी अरब (Saudi Arabia) में भीषण बस दुर्घटना में 45 भारतीय उमरा जायरीनों (Umrah Pilgrims) की मौत हो गई। मदीना (Madina) के पास मुफ्रिहात (Mufrihat) में बस डीजल टैंकर से टकराकर आग की चपेट में आ गई। हैदराबाद (Hyderabad) के मोहम्मद अब्दुल शोएब (Mohammed Abdul Shoaib) चमत्कारी रूप से बचे।
यह दर्दनाक हादसा सोमवार तड़के भारतीय समयानुसार लगभग 1:30 बजे (स्थानीय समयानुसार रविवार रात 11:00 बजे) हुआ। उमरा तीर्थयात्रियों को मक्का से मदीना ले जा रही एक बस मुफ्रिहात इलाके में एक डीजल टैंकर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस तुरंत आग की लपटों में घिर गई, जिससे अधिकांश यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। हैदराबाद पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार ने 45 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
मृतकों में से अधिकांश तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के निवासी थे। जानकारी के अनुसार, 54 तीर्थयात्रियों का एक समूह 9 नवंबर को हैदराबाद से जेद्दा के लिए रवाना हुआ था। इस समूह के 46 यात्री दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार थे। मृतकों में 20 महिलाएं और 11 बच्चे भी शामिल हैं। एक ही परिवार के 18 सदस्यों की मौत होने की भी खबर है, जिनमें 9 बच्चे शामिल थे।
चमत्कारिक रूप से बचे मोहम्मद अब्दुल शोएब
इस भीषण हादसे में हैदराबाद के 24 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल शोएब ही एकमात्र जीवित बचे हैं। शोएब बस में ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे थे। टक्कर होते ही उन्होंने और ड्राइवर ने तुरंत खिड़की तोड़कर बस से छलांग लगा दी, जिसके कुछ ही सेकंड बाद बस आग के गोले में तब्दील हो गई।
शोएब को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें सऊदी अरब के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। दुखद बात यह है कि शोएब ने इस हादसे में अपने माता-पिता, दादा और चाचा के परिवार के सदस्यों को खो दिया है।
सरकारी प्रतिक्रिया और सहायता कार्य
भारत और सऊदी अरब दोनों देशों की सरकारों ने इस दुखद घटना पर संज्ञान लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
भारतीय दूतावास और तेलंगाना सरकार की पहल
जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए 24x7 कंट्रोल रूम (टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 8002440003) स्थापित किया है। भारतीय दूतावास के अधिकारी सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में समन्वय कर रहे हैं। तेलंगाना सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन के नेतृत्व में एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल को सऊदी अरब भेजने का भी निर्णय लिया गया है।
मृतकों के पार्थिव शरीरों को मदीना के किंग फहद अस्पताल, किंग सलमान अस्पताल और अल मीकात अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। परिवारों के पास शवों को भारत वापस लाने या जन्नतुल बकी कब्रिस्तान में दफनाने का विकल्प है। सऊदी अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं।
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