Highlights
- सवाई माधोपुर पुलिस ने नौकरी ठगी के आरोपी को जयपुर से पकड़ा।
- आरोपी ने शिपिंग कंपनी में नौकरी का झांसा देकर 73 हजार रुपए ठगे थे।
- पीड़ित युवक विशाल वर्मा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
- आरोपी नीतेश तौणगरिया को विशेष टीम ने गिरफ्तार किया।
सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर (Sawai Madhopur) की कोतवाली थाना पुलिस (Kotwali Thana Police) ने शिपिंग कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर 73 हजार रुपए की ठगी करने वाले आरोपी नीतेश तौणगरिया (Nitesh Taongariya) को जयपुर (Jaipur) से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने विशाल वर्मा (Vishal Verma) नामक युवक को झांसा दिया था।
कोतवाली थाना पुलिस ने ठगी के एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को धरदबोचा है। यह आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था।
पुलिस ने जयपुर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
क्या था पूरा मामला?
मामले की शुरुआत विशाल वर्मा पुत्र कालूराम वर्मा निवासी बम्बोरी, सवाई माधोपुर की रिपोर्ट से हुई थी। विशाल ने कोतवाली थाने में नीतेश तौणगरिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट में बताया गया कि नीतेश ने उसे एक शिपिंग कंपनी में अच्छी नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था।
नौकरी के नाम पर आरोपी ने विशाल से ट्रेनिंग फीस के तौर पर 73 हजार रुपए जमा करवा लिए थे।
हालांकि, पैसे लेने के बाद न तो विशाल को नौकरी मिली और न ही उसके पैसे वापस लौटाए गए।
जब विशाल ने बार-बार अपने पैसे मांगे, तो आरोपी नीतेश लगातार टालमटोल करता रहा और कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी। पुलिस अधीक्षक एसपी अनिल कुमार के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह मीणा और सीओ सिटी उदय सिंह मीणा के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
थानाधिकारी मदनलाल मीणा के नेतृत्व में गठित इस टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सक्रियता दिखाई।
18 दिसंबर को विशेष टीम ने जयपुर में दबिश दी और आरोपी नीतेश तौणगरिया पुत्र केसरलाल तौणगरिया को गिरफ्तार कर लिया।
नीतेश मनोहरपुरा कच्ची बस्ती, गेटोर जगतपुरा थाना, जवाहर सर्किल, जिला जयपुर का निवासी है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी से फिलहाल पूछताछ जारी है और मामले की आगे की जांच की जा रही है।
गिरफ्तारी टीम में शामिल सदस्य
इस सफल कार्रवाई में थानाधिकारी सीआई मदनलाल मीणा, एसआई चंद्र हुसैन, कॉन्स्टेबल राजीव और कॉन्स्टेबल मनीष जैसे पुलिसकर्मी शामिल रहे।
पुलिस का कहना है कि आरोपी से और भी ठगी के मामलों का खुलासा हो सकता है।
राजनीति