झुंझुनू के धनकड़ अस्पताल: महिला को पत्थरी की शिकायत थी डॉक्टर ने बताया दाई किडनी ख़राब है निकाली बाई किडनी

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डॉ. संजय धनखड़ ने दांईं ओर की किडनी की बजाय बांईं ओर की सही किडनी निकाल दी और ऑपरेशन के बाद मरीज को छुट्टी दे दी। नूआं गांव आने पर 17 मई को जब वापिस महिला की तबियत बिगड़ी तो डॉ. संजय धनखड़ को फिर से दिखाया गया। तो उन्होंने जयपुर ले जाने की बात कही और 15 मई को हुए ऑपरेशन के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। 

झुंझुनू | झुंझुनूं से जयपुर में फर्जी ऑर्गन ट्रांसप्लांट का मामला सुर्खियों में है अब  झुंझुनूं के निजी अस्पताल में भी एक किडनी कांड हो गया है। पथरी का ईलाज करवाने गई महिला की एक किडनी खराब बताकर उसकी दूसरी सही किडनी निकालने का मामला सामने आया है।
 
झुंझुनू के धनकड़ अस्पताल से खबर सामने आ रही है जहा महिला पत्थरी का इलाज करवाने गयी थी तो डॉक्टर ने एक किडनी संक्रमित बता सही किडनी को निकाल दिया। ऑपरेशन के बाद महिला की तबियत बिगड़ी तो हकीकत सामने आया।
 
देखे पूरा मामला क्या है
 
जानकारी के अनुसार झुंझुनूं जिले के नूआं गांव की 30 वर्षीय महिला ईद बानो को पथरी की शिकायत थी। जिस पर ईलाज करवाने के लिए वह झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर एक छोटे से मकान में सर्जन डॉ. संजय धनखड़ द्वारा संचालित धनखड़ अस्पताल पहुंची। जहां पर चिकित्सक ने उन्हें बताया कि पथरी के कारण उसकी दांईं ओर वाली किडनी खराब हो गई है। जिसे निकालनी पड़ेगी। इस पर परिजनों ने सहमति जताई और 15 मई को ऑपरेशन किया गया। 
 
डॉ. संजय धनखड़ ने दांईं ओर की किडनी की बजाय बांईं ओर की सही किडनी निकाल दी और ऑपरेशन के बाद मरीज को छुट्टी दे दी। नूआं गांव आने पर 17 मई को जब वापिस महिला की तबियत बिगड़ी तो डॉ. संजय धनखड़ को फिर से दिखाया गया। तो उन्होंने जयपुर ले जाने की बात कही और 15 मई को हुए ऑपरेशन के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। 
 
कैसे पता चला की इतना बड़ा स्कैम हुआ है 
 
जब परिजन ईद बानो को एसएमएस जयपुर लेकर पहुंचे तो सामने आया कि डॉ. संजय धनखड़ ने खराब हो चुकी किडनी की जगह सही किडनी निकाल ली। इसके बाद अब जयपुर के चिकित्सकों के सामने भी कोई चारा नहीं बचा। अब परिवार के लोग वापिस ईद बानो को घर लेकर पहुंच गए है। 
 
विवाद सामने आने के बाद डॉ. संजय धनखड़ भी नूआं गांव पहुंचे और परिवार के लोगों को पैसे देने और कहीं पर ईलाज करवाने के लिए पैसे देने का ऑफर दिया। लेकिन परिवार के लोग मानें नहीं। अब मामला सामने आने के बाद पूरे चिकित्सा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। 
 
यह पहली बार नहीं है आगे भी धनकड़ की शिकायत है 
 
आपको बता दें कि डॉ. संजय धनखड़ के ईलाज में लापरवाही का ये कोई नया मामला नहीं है।  2016 में शहर के अंसारी कॉलोनी निवासी बुजूर्ग की मौत और 2020 में सुलताना की एक महिला की मौत के मामले में भी डॉ. संजय धनखड़ पर लापरवाही के आरोप लग चुके है। लेकिन जांच के नाम पर हर बार लीपापोती हो जाती है। 
आपको यहां यह भी बता दें कि 2016 तक डॉ. संजय धनखड़ राजकीय जिला बीडीके अस्पताल में सर्जन के पद पर कार्यरत थे। लेकिन अंसारी कॉलोनी के बुजूर्ग की मौत के बाद पहले उन्हें एपीओ और बाद में 2017 में सस्पैंड कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें 2020 में फिर से चूरू जिले के एक गांव में पदस्थापित किया था। 
 
लेकिन खबर है कि इसके बाद डॉ. संजय धनखड़ ने ज्वाइन नहीं किया। अब डॉ. संजय धनखड़ मामले को लेकर छुपते हुए नजर आ रहे है।
जिला कलेक्टर का आदेश
जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल तथा एसपी राजर्षि राज वर्मा के निर्देश के बाद सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने पांच चिकित्सकों की टीम बनाकर मामले के जांच के आदेश दे दिए है। और अस्पताल का रिकॉर्ड सीज किया जा रहा है जो भी अस्पताल में रोगियों ने सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है 
 
वहीं पीड़िता के पति सबिर ने बताया कि उसकी पत्नी का ऑपरेशन डॉक्टर संजय धनखड़ ने किया था और उसकी पत्नी की जिस किडनी का ऑपरेशन करना था उसकी जगह दूसरी किडनी निकाल दी उससे उसकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई उन्होंने इस मामले में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है दोषी चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पत्नी का इलाज करने की मांग की है

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