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कन्हैयालाल हत्याकांड में भाजपा और कांग्रेस में जंग छिड़ी हुई है वहीं, इस मामले में आज एनआईए कोर्ट आरोपियों पर चार्ज फ्रेम कर रही है। इसी को लेकर मंगलवार को सभी 9 आरोपियों को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उदयपुर दौरे के बाद से कन्हैयालाल हत्याकांड का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में बना हुआ है।
जहां इस मामले में भाजपा और कांग्रेस में जंग छिड़ी हुई है वहीं, इस मामले में आज एनआईए कोर्ट आरोपियों पर चार्ज फ्रेम कर रही है।
इसी को लेकर मंगलवार को सभी 9 आरोपियों को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया।
इन सभी को कड़ी सुरक्षा बीच आज जयपुर लाया गया। इस दौरान जयपुर में एनआईए कोर्ट परिसर में भी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
बता दें कि कन्हैयालाल हत्याकांड के सभी आरोपी अजमेर जेल में बंद है।
दो पाकिस्तानी आरोपी फरार
इससे पहले एनआईए द्वारा 22 दिसम्बर 2022 को 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई थी। जिसमें से दो आरोपी पाकिस्तानी हैं, जो फरार हैं।
28 जून 2022 में की गई थी कन्हैयालाल की हत्या
गौरतलब है कि 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की मोहम्मद रियाज़ अटारी और गौस मोहम्मद ने निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी थी।
इस हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने लगाए सीएम गहलोत पर आरोप
कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर प्रदेश से लेकर पूरे देश में राजनीति छिड़ी हुई है।
गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में उदयपुर की रैली में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कन्हैयालाल हत्याकांड पर कहा था कि मैं डंके की चोट के साथ कहता हूं कि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की होती तो हत्यारे फांसी पर लटक चुके होते।
इस दौरान शाह ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर भी गहलोत राजनीति कर रहे हैं।
गहलोत हत्यारों को तो पकड़ना भी नही चाहती थी, एनआईए ने पकड़ा और गहलोत झूठ बोलते हैं कि कार्रवाई नहीं हुई।