सियासी उलझन में चंबल रिवर फ्रंट: धारीवाल के हाथों लोकार्पण, सीएम गहलोत ने एनवक्त पर रद्द किया कोटा दौरा 

धारीवाल के हाथों लोकार्पण, सीएम गहलोत ने एनवक्त पर रद्द किया कोटा दौरा 
chambal river front
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चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के कर कमलों से होने वाला था, लेकिन देर रात उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। सीएम गहलोत के कोटा के चंबल रिवर फ्रंट का लोकार्पण करने के लिए नहीं पहुंचे के बाद सियासी गलियारों में कई तहर की चर्चाओं को दौर चल पड़ा है। 

कोटा | Chambal River Front Inauguration: विधानसभा चुनावों से ठीक पहले प्रदेशवासियों को ’चंबल रिवर फ्रंट’ के रूप में बड़ी सौगात मिली है। 

कोटा में 1400 करोड़ की लागत से तैयार किए गए चंबल रिवर फ्रंट का मंगलवार को UDH मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) ने लोकार्पण किया। 

हालांकि, चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के कर कमलों से होने वाला था, लेकिन देर रात उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। 

सीएम गहलोत के कोटा के चंबल रिवर फ्रंट का लोकार्पण करने के लिए नहीं पहुंचे के बाद सियासी गलियारों में कई तहर की चर्चाओं को दौर चल पड़ा है। 

चंबल रिवर फ्रंट को लेकर अब सियासत गरमाती नजर आ रही है। कोटा से ही भाजपा के पूर्व विधायक रहे प्रहलाद गुंजल भी इस प्रोजेक्ट को भ्रष्टाचार की बुनियाद बता रहे। 

गुंजल ने सीएम गहलोत से अपील की थी कि कोटा की चंबल रिवर फ्रंट का लोकार्पण नहीं करे। 

चर्चा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेशवासियों को विभिन्न योजनाओं की सौगात बांटने तो प्रदेशभर का दौरा कर रहे हैं और जब कोटा में सौगात देने का मौका आया तो उन्होंने अपना कार्यक्रम ही रद्द कर दिया। 

भले ही सीएम गहलोत कोटा नहीं पहुंचे हो लेकिन उद्घाटन  समारोह के लिए सीएम गहलोत के साथ-साथ कैबिनेट मंत्रियों, आयोग अध्यक्षों व कई विधायकों को आमंत्रित किया गया था।

सीएम गहलोत ने अचानक क्यों बदला अपना कार्यक्रम ?

प्रदेश के इतने बड़े प्रोजेक्ट चंबल रिवर फ्रंट को लेकर सालों से मशक्कत चल रही थी। कई महीनों से युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही थी। 

लेकिन जब लोकार्पण का समय आया तो एनवक्त पर सीएम गहलोत ने अपना कोटा दौरा रद्द कर दिया। 

बस यहीं बात लोगों के गले नहीं उतर रही है। सीएम गहलोत के बिना चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन होने से सियासी गलियारों में महौल गरमाया हुआ है। 

वैसे तो सीएम गहलोत का कोटा आने का पूरा कार्यक्रम फिक्स था, लेकिन देर रात सीएम गहलोत ने ट्वीट कर 12 सितंबर को कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की जानकारी देते हुए सभी को चौंका दिया। 

क्या कहा सीएम ने ट्वीट में ?

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पोस्ट करते हुए कहा कि हमारे वरिष्ठ साथी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा रिवर फ्रंट के रूप में हाड़ौती को एक ऐतिहासिक सौगात दी है।

हाड़ौती क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ा रहा है लेकिन यह रिवर फ्रंट यहां पर्यटन बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा एवं कोटा के विकास की नई इबारत लिखेगा।

पिछले कार्यकाल में धारीवाल जी ने कोटा को सेवन वंडर्स की सौगात दी थी जिस पर अब फिल्मों की शूटिंग तक होती है।

12-13 सितंबर को कोटा के लोकार्पण मेरे द्वारा प्रस्तावित थे जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था परन्तु अपरिहार्य कारणों से मैं 12 सितंबर के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाउंगा।

13 सितंबर के कार्यक्रम यथावत रहेंगे। सभी हाड़ौतीवासियों को बधाई।

25 देशों के राजदूत पहुंचे

प्रदेश के इतने बड़े प्रोजेक्ट के उद्घाटन में भले ही सीएम गहलोत नहीं पहुंचे हो, लेकिन वसुधैव कुटुंबकम थीम पर तैयार हुए इस रिवर फ्रंट को देखने के लिए 25 देशों के राजदूत जरूर पहुंच गए हैं। 

भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने खोल रखा है मोर्चा

आपको बता दें कि बीते दिन ही भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने चंबल रिवर फ्रंट को लेकर एक प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये लागत से जिस चंबल रिवर फ्रंट का निर्माण हुआ है, उसमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।

उनका आरोप है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने विकास पुरूष का मेडल हासिल करने के लिए गैर कानूनी काम किया है। नदी के किनारे इस तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है।

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