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राजस्थान के सीकर के ही खूंखार गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के मामले में तफ्तीश में जुटी पुलिस ने आनंदपाल गैंग से जुड़े रानोली निवासी शक्ति सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ में ऐसा विस्फोटक खुलासा किया कि हर कोई हैरान है।
जयपुर | Raju Thehat Murder: राजस्थान के सबसे खूंखार गैंगस्टर माने जाने वाले आनंदपाल सिंह की 24 जून 2017 में पुलिस एनकाउंटर में मौत हो हो चुकी है, लेकिन अब 6 साल बाद उनकी बेटी का नाम भी एक खूनी साजिश में सामने आ रहा है।
गौरतलब है कि गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का सालों पहले भले ही एनकाउंटर हो गया हो, लेकिन आज भी आनंदपाल गैंग के सदस्य सक्रीय है।
आनंदपाल का नाम ना सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश के सबसे बड़े गैंगस्टरों में शामिल है।
आनंदपाल के सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम था। उस पर कई हत्याओं के साथ-साथ जबरन वसूली करने का भी आरोपी था।
आनंदपाल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाला शख्स था और अपने फेसबुक पेज पर अपनी खूंखार तस्वीरें भी पोस्ट करता था।
आनंदपाल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दीवाना था और उसे फॉलो करता था और दाऊद पर लिखी किताबें पढ़ता था।
इसी बीच राजस्थान के सीकर के ही खूंखार गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के मामले में तफ्तीश में जुटी पुलिस ने आनंदपाल गैंग से जुड़े रानोली निवासी शक्ति सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ में ऐसा विस्फोटक खुलासा किया कि हर कोई हैरान है।
आनंदपाल गैंग के शक्ति सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। राजू ठेहट की हत्या की साजिश में गैंगस्टर आनंदपाल की बेटी के नाम का भी खुलासा हुआ है।
मीडिया में चल रही खबरों की माने तो उसने ही सुभाष बराल के साथ मिलकर ठेहट की हत्या के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क साधा था।
ऐसे में अब उसका नाम चार्जशीट में भी शामिल किया गया है। आनंदपाल की बेटी फिलहाल दुबई में रह रही है।
हालांकि, गैंगस्टर आनंदपाल की मौत पुलिस एनकाउंटर में हुई थी, लेकिन आनंदपाल गैंग के लोग इसमें राजू ठेहट का हाथ मानते थे।
ऐसे में राजू ठेहट हत्या के बाद लॉरेंस विश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने इसे आनंदपाल सिंह और बीकानेर जेल में हुई बलवीर बानूड़ा की हत्या का बदला करारा दिया।
वहीं दूसरी ओर, पुलिस के सामने और भी राज उगलते हुए शक्ति सिंह ने खुलासा कि राजू ठेहट के बाद उनके निशाने पर उसकी गैग का सदस्य विजय भार्गव भी था। जिसके लिए ही उसने हथियार छिपा रखे थे।
दरअसल, विजय भार्गव भी शक्ति सिंह की तरह ही रानोली का निवासी है। इन दोनों में कई सालों से आपसी दुश्मनी चल रही थी।
ऐसे में साल 2018 में भी शक्ति सिंह ने अपने अपने साथियोंके साथ मिलकर विजय पर फायरिंग की थी, लेकिन वह बच गया था औरा शक्ति सिंह पुलिस की पकड़ में आकर जेल में चला गया था। जिसके बाद से इनकी दुश्मनी और भी बढ़ गई थी।
इस खूनी गैंगवार में शामिल शक्ति सिंह ने राजू ठेहट की हत्या करने के बाद खुद को छिपा लिया था लेकिन कानून के हाथ लंबे होते हैं।
पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे दिनेश बारी का मुंह खुलवाते हुए जयपुर के कालवाड़ इलाके से शक्ति सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
उसके पास से पुलिस को 6 मैगजीन, 12 बोर दुनाली बन्दूक, एक देशी कट्टा और 104 कारतूस बरामद हुए थे।