Highlights
- इंडिगो की लगातार रद्द हो रही उड़ानों से प्रवासी राजस्थानी परेशान।
- अमेरिका की पूर्णिमा वोरिया बेंगलुरु में फंसीं, केन्या के सोमवीर सिंह मुंबई में अटके।
- कई प्रवासी उद्यमियों ने 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' में अपनी यात्रा रद्द की।
- प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग विभाग बनाने को मिली मंजूरी।
जयपुर: इंडिगो (Indigo) की रद्द उड़ानों ने जयपुर (Jaipur) में 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' (Pravasi Rajasthani Diwas) के प्लान बिगाड़े। पूर्णिमा वोरिया (Poornima Voria) बेंगलुरु में फंसीं, सोमवीर सिंह (Somvir Singh) मुंबई में अटके। कई ने यात्रा रद्द की।
इंडिगो सहित विभिन्न एयरलाइंस की लगातार रद्द हो रही उड़ानों ने देश-विदेश में रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर दी है। ये सभी 10 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे थे। बीते एक सप्ताह में जयपुर से 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं, जिससे कई प्रवासी उद्यमी असमंजस में हैं, जबकि कुछ ने तो कार्यक्रम में आने का विचार ही छोड़ दिया है।
यह स्थिति उन हजारों प्रवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है, जिन्होंने अपनी मातृभूमि से जुड़ने और राज्य के विकास में योगदान देने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल होने की योजना बनाई थी। फ्लाइट रद्द होने से उनकी यात्रा योजनाएं धरी की धरी रह गई हैं।
इंडिगो की उड़ानों ने बिगाड़ा प्लान
अमेरिका से आईं उद्यमी बेंगलुरु में फंसीं
नेशनल यूएस-इंडिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स की संस्थापक और सीईओ, प्रवासी उद्यमी पूर्णिमा वोरिया अमेरिका से भारत आने के बाद एक कार्यक्रम में शामिल होने बेंगलुरु आई थीं। उन्हें बेंगलुरु से जयपुर आना था, लेकिन इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने के कारण वे तीन दिनों तक बेंगलुरु के एक होटल में फंसी रहीं। आखिरकार, ताज होटल के स्टाफ की मदद से उन्होंने सोमवार सुबह के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट बुक कराई, जिसकी टिकट की कीमत करीब 25 हजार रुपए थी।
पूर्णिमा वोरिया को अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी गैरी लोके ने अल्पसंख्यक व्यवसाय विकास एजेंसी (MBDA) का राष्ट्रीय सलाहकार भी नियुक्त किया था। उन्होंने 2004 से 2014 तक राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और बराक ओबामा के कार्यकाल में कॉमर्स सेक्रेटरी जॉन ब्रायसन के साथ भी काम किया है। उनकी यह यात्रा बाधित होने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
केन्या के बिजनेसमैन भी अटके
केन्या के बिजनेसमैन सोमवीर सिंह भी 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बेहद उत्साहित थे। उन्होंने बताया कि उनकी दोनों कनेक्टिंग उड़ानें इंडिगो की हैं। उन्हें पहले केन्या से मुंबई आना है, और उसके बाद सोमवार रात मुंबई से जयपुर के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट है। सोमवीर सिंह ने आशंका जताई कि वर्तमान हालात को देखते हुए उन्हें संदेह है कि वे जयपुर पहुंच पाएंगे, क्योंकि उनकी फ्लाइट रद्द होने का खतरा बना हुआ है।
हैदराबाद के बिजनेसमैन की दुविधा
हैदराबाद के बिजनेसमैन पवन बंसल के घर में शादी है, और उन्हें प्रवासी दिवस कार्यक्रम के तुरंत बाद वापस लौटना है। इस वजह से वे भी असमंजस में हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 और 10 दिसंबर के लिए इंडिगो की दो फ्लाइट बुक की हैं। हालांकि, अभी तक उन्हें कैंसिलेशन का कोई मैसेज नहीं मिला है। पवन बंसल ने कहा कि अगर उनकी फ्लाइट जाती है, तो वे निश्चित रूप से कार्यक्रम में शामिल होंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ेगी। यह स्थिति कई प्रवासियों की है जो आखिरी मिनट तक अपनी यात्रा की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
कई लोग बीच में अटक गए: पांडया
राजस्थान फाउंडेशन बेंगलुरु चैप्टर के अध्यक्ष और बिजनेसमैन सचिन पांडया ने बताया कि फ्लाइट कैंसिल होने का काफी असर हो रहा है। उनका टिकट इंडिगो का नहीं था, इसलिए वे जयपुर पहुंच गए हैं, लेकिन कई लोग हैं जो परेशान हैं। उन्होंने कहा कि कई बिजनेसमैन कार्यक्रम में नहीं आ पा रहे हैं, और कई तो बीच में ही अटक गए हैं। पांडया ने उम्मीद जताई कि यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी, ताकि अधिक से अधिक प्रवासी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल हो सकें।
'प्रवासी राजस्थानी दिवस' की तैयारियां
8,700 से अधिक लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
'प्रवासी राजस्थानी दिवस' कार्यक्रम में अब तक 8,700 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन का नंबर लक्ष्य से अधिक होने के कारण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन समय से पहले ही बंद कर दिया गया था। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पिछले साल 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट' में की गई घोषणा के बाद आयोजित किया जा रहा पहला 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' है। मुख्यमंत्री ने हर वर्ष 10 दिसंबर को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी।
इस 'प्रवासी दिवस' का मुख्य उद्देश्य राजस्थानी डायस्पोरा को एक मंच पर लाना और सभी प्रवासियों को उनकी मातृभूमि, उनकी जड़ों से जोड़ना है। यह कार्यक्रम राज्य के विकास में प्रवासी राजस्थानियों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। शहर के सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित जेईसीसी (JECC) में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग विभाग
कैबिनेट की 19 नवंबर को हुई बैठक में प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से विभाग बनाने की मंजूरी दी गई थी। इसके बाद अब इसका नोटिफिकेशन भी जारी हो गया है। यह नया विभाग प्रदेश और देश के बाहर रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए काम करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य प्रवासी राजस्थानियों और सरकार के बीच सहयोग को बढ़ाना और उनके हितों की रक्षा करना है। यह कदम राज्य सरकार की प्रवासियों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम में शामिल होंगे कई प्रमुख चेहरे
जेईसीसी में होने वाले इस 'प्रवासी दिवस' में देश-विदेश से आने वाले प्रवासी राजस्थानी, इंडस्ट्री जगत से जुड़े कई प्रमुख चेहरे और विभिन्न सेक्टर्स के विशेषज्ञ शामिल होंगे। मेहमानों को शहर के प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट्स की विजिट भी कराई जाएगी, जिससे वे राजस्थान की संस्कृति और विरासत से रूबरू हो सकें। कार्यक्रम के प्रोटोकॉल और को-ऑर्डिनेशन के लिए 50 आरएएस (RAS) अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल सकें। कार्यक्रम स्थल पर डेकोरेशन की थीम राजस्थान हेरिटेज रखी गई है, जो राजस्थानी संस्कृति की झलक पेश करेगी।
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