Highlights
- राजस्थान में वाणिज्य कर विभाग ने 110 ठिकानों पर छापेमारी कर 200 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा किया।
- जयपुर पुलिस ने अवैध हुक्का बार और नाइट क्लबों पर कार्रवाई कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया।
- जयपुर उत्तर पुलिस ने कीमती आभूषण चोरी करने वाले नौकर को गिरफ्तार कर आभूषण बरामद किए।
- ऑपरेशन 'क्लीन स्वीप' और 'आग' के तहत स्मैक तस्करों और हथियारबंद आरोपियों को पकड़ा गया।
जयपुर: जयपुर (Jaipur) में वाणिज्य कर विभाग (State GST) ने 110 व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी कर लगभग 200 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा किया है। यह कार्रवाई मुख्य आयुक्त कुमार पाल (Kumar Pal) के निर्देश पर 300 अधिकारियों की टीम ने की, जिससे व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
राजस्थान में वाणिज्य कर विभाग ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी दिखाते हुए प्रदेशभर में एक साथ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अभियान के तहत, राज्य भर में फैले 110 से अधिक व्यावसायिक ठिकानों पर स्टेट जीएसटी टीम ने छापेमारी की।
इस व्यापक कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य बड़े पैमाने पर हो रही टैक्स चोरी का पर्दाफाश करना था। विभाग की इस पहल से लगभग 200 करोड़ रुपये की विशाल टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है, जिसने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है।
200 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा: स्टेट GST की बड़ी कार्रवाई
वाणिज्य कर विभाग के मुख्य आयुक्त कुमार पाल के सीधे निर्देश पर इस मेगा ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस कार्रवाई को सफल बनाने के लिए विभाग ने 300 से अधिक अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया था।
इस टीम ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक ही समय पर छापेमारी की, ताकि टैक्स चोरों को संभलने का मौका न मिल सके। यह कार्रवाई राजस्थान में टैक्स चोरी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी और समन्वित कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है।
किन सेक्टर्स में हुई कार्रवाई?
विभाग को लंबे समय से विभिन्न व्यावसायिक सेक्टर्स में टैक्स चोरी की सूचनाएं मिल रही थीं। इन्हीं सूचनाओं के आधार पर इस बड़े पैमाने पर कार्रवाई की योजना बनाई गई।
जिन प्रमुख सेक्टर्स को निशाना बनाया गया उनमें प्लाईवुड, सैनेटरी आइटम, लोहा स्क्रैप, टाइल्स और खाद्य तेल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, होटल, कपास, टिम्बर और रियल एस्टेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी व्यापारियों के टैक्स चोरी में शामिल होने की जानकारी मिली थी।
इन सभी सेक्टर्स में एक साथ कार्रवाई होने से उन व्यापारियों में भारी हड़कंप मच गया, जो लंबे समय से टैक्स चोरी में लिप्त थे। यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर और इतने सारे सेक्टर्स में एक साथ कार्रवाई की गई है।
टैक्स चोरी के तरीके और सबूत
स्टेट जीएसटी टीम की छापेमारी के दौरान कई स्थानों से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इनमें कच्ची पर्चियां, फर्जी बिलिंग और अन्य संदिग्ध कागजात शामिल हैं, जो टैक्स चोरी के पुख्ता सबूत हैं।
इन दस्तावेजों से पता चलता है कि किस तरह से व्यापारी नियमों की धज्जियां उड़ाकर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे थे। विभाग अब इन सभी दस्तावेजों की गहनता से जांच कर रहा है ताकि टैक्स चोरी के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
स्वेच्छा से जमा हुआ टैक्स, आगे की जांच
छापेमारी के दौरान ही कई व्यापारियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए स्वेच्छा से टैक्स जमा करवाना शुरू कर दिया। प्रारंभिक चरण में ही लगभग 10 करोड़ रुपये की राशि विभाग में जमा करवाई गई है।
यह दर्शाता है कि विभाग की कार्रवाई कितनी प्रभावी रही है और कैसे इसने टैक्स चोरों को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर किया है। विभाग द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर आगे भी जांच जारी रहेगी।
ऐसी संभावना है कि इस जांच के बाद और भी बड़ी राशि राजस्व के रूप में प्राप्त हो सकती है। आने वाले दिनों में स्टेट जीएसटी टीम की ओर से और भी सख्त कार्रवाई देखने को मिल सकती है, जिससे टैक्स चोरी पर लगाम लगाई जा सके।
सड़क सुरक्षा अभियान: जयपुर पुलिस की जन जागरूकता रैली
जयपुर पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल ने बुधवार को पुलिस आयुक्तालय परिसर से एक महत्वपूर्ण वाहन जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित 13 से 27 दिसंबर तक चलने वाले दो सप्ताह के सड़क सुरक्षा अभियान का हिस्सा है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यातायात पुलिस और कालिका पेट्रोलिंग यूनिट के माध्यम से आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है। पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल ने बताया कि इस अभियान के तहत यातायात पुलिसकर्मियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
वे शहर के प्रमुख मार्गों, मोहल्लों और गलियों में जाकर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने और नशे में वाहन न चलाने के प्रति जागरूक करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सुगम यातायात के लिए लागू किसी भी प्रतिबंध के बारे में लोगों को समझाया जाएगा और नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रैली का मार्ग और शामिल वाहन
यह जन जागरूकता वाहन रैली पुलिस कमिश्नरेट के मुख्य द्वार से शुरू हुई। इसने एम.आई. रोड, पांचबत्ती, अजमेरी गेट, रामनिवास बाग चौराहा, न्यू गेट, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया टी-पॉइंट, छोटी चौपड़, चांदपोल गेट, संजय सर्किल, संसार चंद्र रोड, गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा और एमईएस तिराहा जैसे शहर के कई महत्वपूर्ण मार्गों को कवर किया।
रैली वापस आयुक्तालय परिसर पर समाप्त हुई। इस रैली में यातायात पुलिस के इंटरसेप्टर वाहन, प्रियदर्शिनी वाहन, महिला हेल्पलाइन 1090 के वाहन, यातायात पुलिस की बाइक और कालिका पेट्रोलिंग यूनिट शामिल थीं।
इन वाहनों के माध्यम से सड़क सुरक्षा से संबंधित पैम्फलेट, पोस्टर, प्ले-कार्ड और फ्लेक्स बैनर का उपयोग कर आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया।
पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। इनमें अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (यातायात एवं प्रशासन) योगेश दाधीच, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (कानून व्यवस्था) राजीव पचार शामिल थे।
इसके साथ ही, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) संजीव नैन, पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) हनुमान प्रसाद मीणा, पुलिस उपायुक्त (उत्तर) करण शर्मा, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) राजर्षिराज, पुलिस उपायुक्त (यातायात) सुमित मेहरड़ा और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रानू शर्मा भी उपस्थित थे।
इन अधिकारियों की उपस्थिति ने अभियान की गंभीरता और पुलिस प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
अवैध हुक्का बार और नाइट क्लबों पर CST क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
जयपुर में सी.एस.टी. (क्राइम ब्रांच) पुलिस आयुक्तालय ने अवैध रूप से संचालित हो रहे हुक्का बार व नाइट क्लबों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। यह अभियान शहर में बढ़ रही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से चलाया गया।
थाना एयरपोर्ट और गांधीनगर क्षेत्र में स्थित ख्वाब रेस्टोरेंट एंड क्लब और बुर्ज क्लब बेलाकासा पर विशेष रूप से छापेमारी की गई। इन छापों के दौरान, पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करते पाए गए कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
छापेमारी और गिरफ्तारियां
छापेमारी के दौरान, ख्वाब रेस्टोरेंट एंड क्लब और बुर्ज क्लब बेलाकासा से कुल 6 अभियुक्तों को कोटप्पा एक्ट (COTPA Act) में गिरफ्तार किया गया। इसके अतिरिक्त, 2 व्यक्तियों को धारा 170 बीएनएसएस 2023 (BNSS 2023) में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि ये क्लब नियमों के विरुद्ध हुक्का बार संचालित कर रहे थे, जिससे युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही थी। इस कार्रवाई से ऐसे अवैध संचालकों में भय का माहौल है।
जब्त सामान और दर्ज मामले
कार्रवाई के दौरान मौके से बड़ी मात्रा में अवैध सामान जब्त किया गया। इसमें कुल 25 हुक्का, 25 पाइप, 25 चिलम और 21 डिब्बे तंबाकू फ्लेवर शामिल थे।
यह सभी सामान अवैध रूप से हुक्का बार चलाने में इस्तेमाल किया जा रहा था। इस संबंध में दोनों थानों में कोटप्पा अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज किए गए हैं, और आगे की जांच जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
कोटप्पा एक्ट में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रमाकांत (35) पुत्र गिरधारीलाल शर्मा, निवासी मालवीय नगर, जयपुर, निखिल पुत्र सुरेश राजपूत, निवासी महादेव नगर, जयपुर शामिल हैं।
इसके अलावा, देवराज स्वामी (24) पुत्र मोतीदास स्वामी, निवासी सवाई माधोपुर, हाल बुर्ज क्लब बेलाकासा, जयपुर, विजय (34) पुत्र निरंजन कुशवाह, निवासी भरतपुर, हाल बुर्ज क्लब बेलाकासा, जयपुर भी गिरफ्तार हुए।
अजय निठारवाल (27) पुत्र रामकुमार जाट, निवासी जयपुर ग्रामीण, हाल बुर्ज क्लब बेलाकासा, जयपुर और जितेन्द्र सिंह (33) पुत्र उपेंद्र सिंह राजपूत, निवासी आगरा (उ.प्र.), हाल मैनेजर ख्वाब रेस्टोरेंट एंड क्लब, बापूनगर, जयपुर भी पकड़े गए।
बीएनएसएस मामले में पुलिस ने मोहम्मद शाकिब (26) पुत्र मोहम्मद अनीस, निवासी टोंक और साजीद अली (35) पुत्र बूरा मिया, निवासी टोंक को गिरफ्तार किया है।
अवैध गतिविधियों के खिलाफ जारी रहेगा अभियान
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध गतिविधियों के खिलाफ उनका अभियान आगे भी जारी रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वाले हुक्का बार और क्लब संचालकों के विरुद्ध सख्त कदम उठाए जाएंगे।
यह कार्रवाई शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और युवाओं को नशे से दूर रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस प्रशासन ऐसे तत्वों के खिलाफ लगातार निगरानी बनाए रखेगा।
कीमती आभूषण चोरी करने वाला शातिर नौकर गिरफ्तार
जयपुर उत्तर पुलिस ने कीमती आभूषण चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक शातिर नौकर को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त जयपुर (उत्तर) करण शर्मा (IPS) ने इस सफलता की जानकारी दी।
दिसंबर 2024 में सुभाष चौक स्थित एक कार्यालय से कीमती नगीनों जड़ित आभूषण चोरी होने का मामला सामने आया था। यह कार्यालय विदेश में रहने वाली एक एनआरआई महिला का था, जहां मीनाकारी और नगीना जड़ाई का कार्य किया जाता था।
चोरी की घटना और आरोपी की पहचान
थाना सुभाष चौक में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने जांच के दौरान कार्यालय में कार्यरत नौकर अमजद खान को संदिग्ध पाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी अमजद खान पुत्र सलीम खान (28), निवासी चार दरवाजा बाहर, बांस की पुलियां, थाना गलतागेट, जयपुर से पूछताछ जारी है।
चोरी का तरीका और बरामदगी
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह आभूषणों से कीमती नगीने अलग कर देता था और चांदी को गलाकर बाजार में बेच देता था। इस तरह वह चोरी किए गए आभूषणों को ठिकाने लगाता था।
पुलिस ने उसके कब्जे से एक कीमती नगीनों जड़ित गोल्ड प्लेटेड नेकलेस, एक जोड़ी गोल्ड प्लेटेड ईयर रिंग सेट और लगभग 150 ग्राम से अधिक गलाई हुई चांदी बरामद की है। यह बरामदगी पुलिस की त्वरित कार्रवाई का परिणाम है।
ऑपरेशन 'क्लीन स्वीप' और 'आग' के तहत बड़ी कार्रवाई
जयपुर पूर्व में जिला विशेष टीम और संबंधित थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन “क्लीन स्वीप” और “आग” के तहत अवैध नशा तस्करी व हथियार रखने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यह अभियान शहर में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाया जा रहा है।
स्मैक तस्करों पर शिकंजा
पुलिस थाना मालवीय नगर क्षेत्र में चलाए गए ऑपरेशन “क्लीन स्वीप” के तहत स्मैक सप्लायर कमलेश सांसी को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 10 ग्राम 27 मिलीग्राम स्मैक और एक स्कूटी बरामद की गई।
वहीं, थाना रामनगरिया क्षेत्र में मनोज शर्मा को 7 ग्राम 97 मिलीग्राम स्मैक और 4 हजार रुपए बिक्री राशि के साथ पकड़ा गया। इन दोनों मामलों में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
हथियारबंद आरोपी गिरफ्तार
ऑपरेशन “आग” के तहत पुलिस थाना प्रताप नगर क्षेत्र में कान्हा सिंह जादौन उर्फ काना ठाकुर को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक देशी पिस्टल और 4 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इन कार्रवाइयों से अवैध गतिविधियों में लिप्त अपराधियों में भय का माहौल है।
राजनीति