राजस्थान में 11 जून की तारीख का कॉउंटडाउन शुरू हो चुका है. एक ऐसी तारीख जो लगातार राजस्थान की सियासत में चर्चाओ का केंद्र बनी हुई है. लेकिन अब जो जानकारी सामने आई है उसके बाद राजस्थान कांग्रेस की लगभग तश्वीर साफ़ हो गई है.
राजस्थान में लगातार चर्चाओ का बाजार गर्म है कि 11 जून को सचिन पायलट अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि के बहाने एक बड़ी भीड़ जुटाकर नई पार्टी का ऐलान कर सकते है. और बताया तो यह भी जा रहा है कि सचिन पायलट की टीम द्वारा नई पार्टी का नाम भी सोच लिया गया है.
लेकिन कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने अब जो बयान दिया है वह इस तरह की अफवाहों का खंडन करने वाला है. और इस तरह की अफवाहों पर विराम लगाता है कि सचिन पायलट कोई नई पार्टी बनाने जा रहे हैं.
वेणुगोपाल को पायलट ने नहीं दिया कोई संदेश
अब केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से जो कहा है वो सबसे ज्यादा गौर करने वाला है. वेणुगोपाल ने कहा है कि इसी 5 जून को सचिन पायलट से उनकी एक मुलाक़ात हुई है. इस मुलाक़ात में सचिन पायलट ने नई पार्टी बनाने बारे में कोई मेसेज नहीं दिया.
30 जून को कांग्रेस आलाकमान से मीटिंग के बाद केसी वेणुगोपाल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट को साथ लेकर मीडिया के सामने यह कहा था कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में मिलकर कांग्रेस के लिए काम करेंगे.
लेकिन इस बैठक के पांच दिन बाद ही केसी वेणुगोपाल से सचिन पायलट की मुलाकात भी कहीं न कहीं इस बात का संकेत है कि एक बार फिर से सचिन पायलट ने अपनी बात कांग्रेस आलाकमान को बताने की कोशिश की है.
मुलाक़ात के बाद भी सचिन पायलट और केसी वेणुगोपाल की आपस में फोन पर भी बात हुई है. बताया जा रहा है कि केसी वेणुगोपाल ने नई पार्टी बनाने की अटकलों के बीच खुद सचिन पायलट को फोन किया है. लेकिन पायलट ने नई पार्टी बनाने के बारे में फोन पर भी केसी वेणुगोपाल को कोई मेसेज नहीं दिया.
लेकिन उसके बाद भी तमाम तरह की आशंकाए सचिन पायलट को लेकर बनी हुई है कि 11 जून को पायलट कोई बड़ा सियासी फैसला ले सकते है. और अब इस तरह की बातें भी आम है कि स्टार रणनीतिकार प्रशांत किशोर सचिन पायलट के लिए केम्पेन कर रहे है.