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- निखिल ने अभिनय के अलावा प्रोडक्शन के क्षेत्र में भी कदम रखा। उनके प्रोडक्शन में बनी फिल्म "वीरे दी वेडिंग" ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की, बल्कि एक नई सोच को भी बढ़ावा दिया। इसके बाद उन्होंने "द स्कैम 1992" जैसे प्रोजेक्ट्स में अपना योगदान दिया, जिसे दर्शकों और आलोचकों दोनों से सराहना मिली
Jaipur | बॉलीवुड की चमक-धमक भरी दुनिया में, निखिल द्विवेदी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। अभिनेता से निर्माता बनने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है। निखिल ने न केवल अपने अभिनय कौशल से दर्शकों का दिल जीता, बल्कि बतौर निर्माता भी अपनी फिल्मों के जरिए इंडस्ट्री में अहम योगदान दिया है।
निखिल द्विवेदी का जन्म और पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने मुंबई में अपनी पढ़ाई पूरी की और अपने करियर की शुरुआत एक कॉर्पोरेट नौकरी से की। हालांकि, उनका झुकाव हमेशा से कला और सिनेमा की ओर रहा।
साल 2008 में निखिल ने फिल्म "माई नेम इज एंथनी गोंसाल्वेस" से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन निखिल के अभिनय को सराहा गया। इसके बाद उन्होंने "शोर इन द सिटी", "हेट स्टोरी", और "तमंचे" जैसी फिल्मों में काम किया, जो उनके अभिनय कौशल को और निखारने का जरिया बनीं।
निखिल ने अभिनय के अलावा प्रोडक्शन के क्षेत्र में भी कदम रखा। उनके प्रोडक्शन में बनी फिल्म "वीरे दी वेडिंग" ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की, बल्कि एक नई सोच को भी बढ़ावा दिया। इसके बाद उन्होंने "द स्कैम 1992" जैसे प्रोजेक्ट्स में अपना योगदान दिया, जिसे दर्शकों और आलोचकों दोनों से सराहना मिली।
निखिल द्विवेदी निजी जीवन में काफी साधारण और जमीन से जुड़े व्यक्ति माने जाते हैं। उनकी सादगी और मेहनत के किस्से इंडस्ट्री में मशहूर हैं। उन्होंने हमेशा क्वालिटी कंटेंट को प्राथमिकता दी है, और यही वजह है कि वे नई पीढ़ी के कलाकारों और निर्देशकों के साथ काम करने में विश्वास रखते हैं।
निखिल फिलहाल कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं, जिनमें भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा देने की क्षमता है। उनकी फिल्में हमेशा सामाजिक मुद्दों और मनोरंजन का बेहतरीन संगम होती हैं।