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पूजा भट्ट ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 1989 में की और अभिनय में बेहतरीन पहचान बनाई। उन्होंने 'दिल है कि मानता नहीं' जैसी हिट फिल्मों से अपने अभिनय का लोहा मनवाया। इसके बाद, वह निर्देशन में भी उतरीं और अपनी फिल्मों 'पाप' और 'जोश' के जरिए भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई
Bollywood | पूजा भट्ट भारतीय फिल्म उद्योग की एक जानी-मानी अभिनेत्री, निर्माता और निर्देशक हैं। वह बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने अपने अभिनय और निर्देशन दोनों के जरिए अपनी अलग पहचान बनाई। पूजा भट्ट ने न सिर्फ अपनी फिल्मों से लोगों का दिल जीता, बल्कि अपनी निजी जिंदगी और विचारों के लिए भी चर्चा का विषय रही हैं। उनके अभिनय से लेकर निर्देशन तक, हर कदम पर उन्होंने अपने प्रशंसकों को कुछ खास दिया है।
पूजा भट्ट का जन्म 24 फरवरी, 1972 को मुंबई में हुआ था। वह फिल्म निर्माता महेश भट्ट और कुमकुम भट्ट की बेटी हैं। पूजा भट्ट के परिवार का फिल्म उद्योग से गहरा संबंध रहा है। उनके पिता महेश भट्ट बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक हैं, और उनकी मां कुमकुम भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी रही हैं। इसके अलावा, उनकी बहन आलिया भट्ट भी एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। पूजा भट्ट का परिवार भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
पूजा भट्ट ने अपने करियर की शुरुआत 1989 में फिल्म 'महेश भट्ट' की फिल्म 'डैडी' से की थी, जिसमें उन्होंने अभिनय किया। हालांकि, उनकी पहचान 1991 में आई फिल्म 'दिल है कि मानता नहीं' से बनी, जिसमें उन्होंने अपनी बेहतरीन अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और पूजा की पहचान बनी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें 'तुम मेरे हो,' 'सड़क,' 'विधाता' और 'जख्म' जैसी फिल्मों ने उन्हें एक अलग स्थान दिलाया।
पूजा भट्ट ने अभिनय के अलावा निर्देशन में भी अपनी किस्मत आजमाई। 2003 में आई फिल्म 'पाप' के साथ उन्होंने निर्देशन की शुरुआत की, जो एक गंभीर विषय पर आधारित थी। फिल्म में पूजा भट्ट ने अपने निर्देशन कौशल को बखूबी प्रदर्शित किया। इसके बाद, उन्होंने 'जोश' (2005), 'धूम' (2004), और 'किस्मत कनेक्शन' (2008) जैसी फिल्मों का निर्देशन किया। पूजा ने अपने निर्देशन में भारतीय समाज की जटिलताओं और मानवीय भावनाओं को सटीक रूप से दर्शाया।
पूजा भट्ट ने हमेशा अपनी व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी को लेकर स्पष्ट और ईमानदार रुख अपनाया है। उनकी जिंदगी के कई पहलुओं ने मीडिया में भी काफी चर्चा बटोरी है। पूजा भट्ट ने कई बार अपनी मानसिक स्थिति, निजी संघर्षों और चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की है। उनके विचार हमेशा समाज की सच्चाईयों और बदलाव के लिए प्रेरणादायक रहे हैं।
पूजा भट्ट समाज के विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपनी राय देती हैं। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य, महिलाओं के अधिकार और समलैंगिकता जैसे मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से इन मुद्दों पर जागरूकता फैलाती हैं। पूजा भट्ट ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी मेहनत और अपने विचारों से एक अलग पहचान बनाई है।