Highlights
- सेना से रिटायर्ड जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की।
- मृतक ने सुसाइड नोट में अपनी प्रेमिका 'पिंकी' को दाह संस्कार में बुलाने का अनुरोध किया।
- पुलिस 'पिंकी' की पहचान और आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
- मृतक की मां ने गोली की आवाज को पटाखा समझा था।
कोटपूतली-बहरोड़: राजस्थान (Rajasthan) के कोटपूतली-बहरोड़ (Kotputli-Behror) जिले से एक मार्मिक घटना सामने आई है, जहाँ सेना से रिटायर्ड प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी प्रेमिका 'पिंकी' (Pinky) को दाह संस्कार में बुलाने का अनुरोध किया।
राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में प्रेम प्रसंग का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
यहां सेना से रिटायर्ड 40 वर्षीय जवान प्रवीण कुमार ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।
इस घटना का सबसे मार्मिक और चौंकाने वाला पहलू वह सुसाइड नोट है जो पुलिस को मौके से बरामद हुआ है।
मृतक प्रवीण ने इस सुसाइड नोट में अपनी कथित प्रेमिका, जिसका काल्पनिक नाम 'पिंकी' है, को अपने दाह संस्कार में जरूर बुलाने का मार्मिक अनुरोध किया है।
कनपटी पर गोली मारकर जीवन का अंत
यह दुखद घटना मांढण थाना क्षेत्र के नानगवास गांव में घटित हुई है।
गोली चलने की सूचना मिलते ही मांढण थाना पुलिस तुरंत सक्रिय होकर मौके पर पहुंची।
थाना अधिकारी रामकिशोर शर्मा ने मीडिया को बताया कि प्रवीण कुमार ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से अपनी कनपटी पर गोली मारी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने घटनास्थल से मृतक की लाइसेंसी पिस्टल और गोली का खाली खोखा दोनों बरामद कर लिए हैं।
हालांकि, इस सुसाइड नोट ने पूरे मामले को एक गहरा भावनात्मक और रहस्यमय मोड़ दे दिया है।
पुलिस अब इस बात का गहनता से पता लगाने की कोशिश कर रही है कि प्रवीण ने इतना बड़ा और अंतिम कदम क्यों उठाया।
जांच अधिकारी यह भी जानने का प्रयास कर रहे हैं कि 'पिंकी' कौन है, जिसका जिक्र प्रवीण ने अपनी अंतिम इच्छा के रूप में सुसाइड नोट में किया है।
पुलिस इस प्रेम प्रसंग के सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
मां ने समझा पटाखा, फिर दिखा खून से लथपथ बेटा
प्रवीण कुमार लगभग दस साल पहले भारतीय सेना में क्लर्क के पद से रिटायर हुए थे।
वह केवल तीन दिन पहले ही देहरादून से छुट्टी पर अपने पैतृक गांव नानगवास लौटे थे।
मृतक प्रवीण की मां ने पुलिस को जो बयान दिया है, वह बेहद दर्दनाक और हृदय विदारक है।
उन्होंने बताया कि जब उन्होंने गोली चलने की तेज आवाज सुनी, तो उन्हें लगा कि शायद कोई दीपावली के पटाखे चला रहा होगा।
लेकिन जब वह अपने बेटे प्रवीण को चाय देने के लिए बुलाने गईं, तो उन्होंने देखा कि उनका बेटा खून से लथपथ होकर बेड पर पड़ा है।
यह दृश्य देखकर परिजनों में चीख-पुकार मच गई और वे तुरंत प्रवीण को मांढण के अस्पताल लेकर गए।
हालांकि, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने प्रवीण कुमार को मृत घोषित कर दिया, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
प्रवीण की पत्नी और उनके दो बच्चे फिलहाल सीकर शहर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्हें इस घटना से गहरा सदमा लगा है और वे इसके पीछे के कारणों को समझ नहीं पा रहे हैं।
पुलिस जांच में जुटी, 'पिंकी' की तलाश जारी
मांढण थाना पुलिस ने इस गंभीर मामले में संबंधित धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
पुलिस अब प्रवीण के दोस्तों, उनके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया संपर्कों को बारीकी से खंगाल रही है।
इस जांच का मुख्य उद्देश्य 'पिंकी' की वास्तविक पहचान करना और उसके बारे में जानकारी जुटाना है।
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उनके प्रेम संबंध में किसी तरह की गंभीर समस्या या विवाद था।
संभवतः इसी समस्या के चलते प्रवीण को इतना बड़ा और आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा होगा।
मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराने के बाद मृतक प्रवीण कुमार का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने साफ किया है कि फिलहाल किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
जांच के सभी पहलुओं पर गंभीरता से गौर किया जा रहा है ताकि इस रहस्यमय आत्महत्या के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि यदि किसी के पास इस मामले से संबंधित कोई जानकारी हो तो वह पुलिस से संपर्क करे।