Highlights
- वर्ष 2026 में कुल 31 सार्वजनिक और 19 ऐच्छिक छुट्टियां घोषित की गई हैं।
- दीपावली, नवरात्रा स्थापना और महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख त्योहार रविवार को पड़ेंगे।
- शनिवार और रविवार को छुट्टियां आने से कर्मचारियों को 9 अवकाश कम मिलेंगे।
- पूरे साल में 12 बार तीन दिनों का लंबा वीकेंड मिलने के योग बन रहे हैं।
जयपुर | साल 2025 अब समाप्ति की ओर है और हर कोई नए साल 2026 के स्वागत की तैयारियों में जुटा है। नए साल के जश्न के साथ ही सरकारी कर्मचारियों की नजरें सबसे पहले अवकाश कैलेंडर पर टिकी होती हैं। साल 2026 के लिए छुट्टियों का विवरण सामने आ चुका है जिसमें कर्मचारियों के लिए कुछ खुशी तो कुछ मायूसी की खबरें शामिल हैं। इस साल कुल 31 सार्वजनिक और 19 ऐच्छिक छुट्टियां निर्धारित की गई हैं।
छुट्टियों पर लगा रविवार का ग्रहण
सरकारी कर्मचारियों के लिए साल 2026 थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहने वाला है क्योंकि उनकी 9 महत्वपूर्ण छुट्टियां कम हो गई हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि 31 सार्वजनिक छुट्टियों में से 6 छुट्टियां रविवार को और 3 छुट्टियां शनिवार को पड़ रही हैं। चूंकि शनिवार और रविवार को पहले से ही सरकारी दफ्तरों में अवकाश रहता है इसलिए इन त्योहारों के बदले अलग से छुट्टी नहीं मिलेगी।
धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण दीपावली, नवरात्रा स्थापना और महाशिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण दिन इस बार रविवार को ही आ रहे हैं। इसके अलावा देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस शनिवार को मनाया जाएगा। इन छुट्टियों के सप्ताहांत पर आने से कर्मचारियों के कुल अवकाश के दिनों में कटौती हो गई है।
लंबे सप्ताहांत की सौगात
भले ही रविवार ने कुछ छुट्टियों का मजा किरकिरा किया हो लेकिन कैलेंडर में लंबे वीकेंड की भी अच्छी संख्या है। साल 2026 में कुल 7 बार ऐसा अवसर आएगा जब शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश होगा। शुक्रवार की छुट्टी के बाद शनिवार और रविवार का साप्ताहिक अवकाश जुड़ने से कर्मचारियों को लगातार तीन दिन की छुट्टी मिल जाएगी।
इसी क्रम में 5 सप्ताह ऐसे भी हैं जिनमें सोमवार को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की गई है। शनिवार और रविवार के अवकाश के तुरंत बाद सोमवार की छुट्टी होने से कर्मचारियों को फिर से तीन दिनों का लंबा ब्रेक मिलेगा। इस तरह साल भर में कुल 12 बार कर्मचारियों को मिनी वैकेशन का मौका मिलेगा जो पर्यटन और पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए बेहतरीन अवसर है।
जयपुर में स्थानीय अवकाश की घोषणा
राज्य सरकार के नियमों के तहत जिला कलेक्टरों को अपने अधिकार क्षेत्र में साल की दो स्थानीय छुट्टियां घोषित करने की शक्ति प्राप्त है। जयपुर जिला कलेक्टर ने इस शक्ति का प्रयोग करते हुए 14 जनवरी को मकर संक्रांति और 11 मार्च को शीतला अष्टमी के लिए अवकाश घोषित कर दिया है।
मकर संक्रांति जयपुर में पतंगबाजी के उत्सव के रूप में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। वहीं शीतला अष्टमी के दिन चाकसू स्थित शील की डूंगरी पर बड़ा मेला भरता है और स्थानीय लोग बासोड़ा मनाते हैं। इन स्थानीय छुट्टियों से जयपुर के सरकारी कर्मचारियों को दो अतिरिक्त अवकाश प्राप्त होंगे जो राज्यव्यापी कैलेंडर का हिस्सा नहीं होते हैं।
ऐच्छिक छुट्टियों का महत्व
सार्वजनिक अवकाश के अलावा कार्मिक विभाग द्वारा 19 ऐच्छिक अवकाश की सूची भी तैयार की गई है। इन ऐच्छिक अवकाशों में से कर्मचारी अपनी पसंद के अनुसार निर्धारित संख्या में छुट्टियां ले सकते हैं। यह व्यवस्था विभिन्न धर्मों और समुदायों के छोटे त्योहारों को ध्यान में रखकर बनाई गई है ताकि हर कर्मचारी अपनी संस्कृति से जुड़े पर्वों को मना सके।
साल 2026 का यह कैलेंडर सरकारी विभागों में कार्य योजना बनाने में भी मदद करेगा। छुट्टियों के कम होने से जहां कार्य दिवसों की संख्या बढ़ेगी वहीं लंबे वीकेंड कर्मचारियों को मानसिक थकान से उबरने में मदद करेंगे। अब कर्मचारियों ने इन छुट्टियों के आधार पर अपने साल भर के पारिवारिक कार्यक्रमों की बुकिंग और प्लानिंग शुरू कर दी है।
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