जालौर | रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने राजपुरा और आसपास के ग्रामीणों के साथ जिला कलेक्ट्रेट में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तहसीलदार जसवंतपुरा के नेतृत्व में गरीब और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों की अस्थाई दुकानों को राजनीतिक दबाव में हटाया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि राजनैतिक प्रभावशाली और धनाढ्य व्यक्तियों द्वारा खातेदारी भूमि पर बनाई गई पक्की दुकानों पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, जबकि गरीबों और असहाय परिवारों की कच्ची दुकानों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
पक्षपात और सांठगांठ का आरोप
ग्रामीणों ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि यह कार्यवाही विशेष रूप से राजनीतिक प्रभावशाली लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए की जा रही है। उनका दावा है कि ये प्रभावशाली लोग गरीबों की भूमि को औने-पौने दामों में खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही, तहसीलदार पर ऐसे व्यक्तियों के साथ सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा गया कि यह गरीबों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का मामला है।
विधायक ने की निष्पक्ष जांच की मांग
विधायक रतन देवासी ने जिला कलक्टर से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने और गरीबों के खिलाफ की जा रही राजनीतिक दबाव वाली कार्रवाई को रोकने की अपील की है। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि राजनीतिक प्रभावशाली व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि गरीब और कमजोर वर्गों को न्याय और उनके अधिकार मिल सकें।
इस मुद्दे पर ग्रामीणों और विधायक के हस्तक्षेप के बाद जिला प्रशासन से उचित कदम उठाने की उम्मीद जताई जा रही है।