Highlights
- पूर्व विधायक लोढ़ा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा.
- एक सड़क निर्माण कार्य में अनियमितताएं पाई गईं.
- लोढ़ा ने मामले की गहन जांच की मांग की है.
सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सिरोही जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर आम जनता के धन के दुरुपयोग के मामले में प्रेषित जांच में भ्रष्टाचार को गौण करने और लीपापोती कर रिपोर्ट भेजने का आरोप लगाया हैं।
राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत को भेजे पत्र में लोढ़ा ने कहा कि सारे तथ्य अनियमितता को प्रमाणित करते हैं लेकिन अपने मिली भगत के चलते मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने उन बिंदुओं का अपने रिपोर्ट में अंकन नहीं किया और भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का प्रयास किया है।
लोढ़ा ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र में बताया कि जिला परिषद सिरोही द्वारा राज्य वित्त आयोग षष्ठम मे स्वीकृत कार्य "पेचका से खेतलाजी मंदिर तक सी.सी. सड़क मय नाली निर्माण कार्य मांडानी" ग्रा.पं. ओडा वित्तिय स्वी. सं. FS/2024-2025/165077 दि. 01.01.2025 स्वी. राशि 34.59 लाख का कार्य में गलत जानकारी, गलत स्थान पर निर्माण एवं कार्य के टेण्डर में भारी अनियमितता बरती गई हैं।
लोढ़ा ने बताया कि उक्त कार्य को ई निविदा द्वारा मांडानी कन्शट्रक्शन ओड़ा द्वारा सम्पादित किया गया जबकि यह फर्म "D" श्रेणी (30 लाख तक) के कार्य करने में ही सक्षम थी जबकि उक्त कार्य इस सीमा से अधिक (34.59 लाख) राशि का था अतः स्पष्ट तौर पर टेण्डर में भारी अनियमितता बरत कर असक्षम फर्म को उक्त कार्य का टेण्डर जारी किया गया अतः फर्म को ब्लेक लिस्टेड कर समस्त सरकारी राशि वसूली योग्य हैं।सम्पादित करने वाली फर्म के 'प्रोपराईटर' के पिता वर्तमान में जिला परिषद सिरोही के सदस्य है। कार्य करने हेतु राज. पंचायतीराज नियम 1996 के अंतर्गत पंचायतीराज संस्थाओं में कार्य हेतु फर्म पात्र नहीं हैं।
ग्राम पंचायत द्वारा उक्त कार्य की स्वीकृति हेतु प्रपत्र '5' में कार्य को करने का प्रस्तावित स्थान खसरा सं. 239 में बताया जबकि कार्य स्वीकृति पश्चात उक्त कार्य को कुल आठ खसरो में निर्माण किया खसरा सं. 227 (पाल), 228 (खतेदारी), 229 (वेरा) खातेदारी भूमि, 230 (तेड़) खातेदारी, 237 (वाली), 247 (वेरा) जिसमें से तीन खसरे निजी खातेदारी के हैं। ग्राम पंचायत द्वारा प्रपत्र '5' में भ्रामक एवं गलत जानकारी प्रदान कर सम्पूर्ण कार्य गलत एवं अलग स्थान पर करवाया गया।
लोढ़ा ने पत्र में बताया कि पूर्व में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद सिरोही द्वारा भेजी गई तथ्यात्मक रिर्पोट पत्र 2 जुलाई 2025में भेजे पत्र में उक्त सी.सी. सड़क को पेचके से खेतलाजी मंदिर को धार्मिक आस्था स्थल बताया और ग्रामवासियों द्वारा पूर्व से खेतला पूजन के लिए आमजन का मंदिर में आना बताया जबकि उक्त मंदिर भी निजी खातेदारी खसरा सं. 230 में निर्मित हैं।
पूर्व में शासन सचिव एवं आयुक्त पं. राज. विभाग के पत्र विभागीय राजकाज पत्र क्रमांक / 15262051 दि. 13.05.2025 द्वारा जिला परिषद सिरोही को जाँच एवं तथ्यात्मक रिर्पोट हेतु उक्त पत्र भेजा गया। परन्तु इस कार्य की वित्तिय स्वीकृति जिला परिषद सिरोही द्वारा जारी किये जाने से जाँच के नाम पर लीपापोती की गई एवं वास्तविक भ्रष्टाचार को गौण करते हुए गोलमोल रिर्पोट की गई।
लोढ़ा ने उक्त मामले में बिन्दुवार गहन जाँच अन्य जिले से करवाकर समस्त दुरुपयोग हुई राशि की वसूली, फर्म को ब्लेक लिस्टेड एवं दोषी कर्मियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करवाने की मांग की।