पवन ऊर्जा परियोजनाओं का अवलोकन: ऊर्जा मंत्री ने पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न जिलों का किया दौरा

ऊर्जा मंत्री ने पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न जिलों का किया दौरा
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ऊर्जा मंत्री ने फलौदी में जन सुनवाई कर आमजन की विद्युत संबंधी समस्याएं सुनी तथा उनके त्वरित निस्तारण का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनसुनवाई में सामने आयी तमाम समस्याओं और शिकायतों का शीघ्रातिशीघ्र समाधान कर प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करें

जयपुर |  ऊर्जा मंत्री  हीरालाल नागर बुधवार को पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी एवं जोधपुर जिलों के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने जैसलमेर जिले के माधोपुरा में अडाणी समूह के हाइब्रिड मॉडल पर आधारित विंड एवं सोलर प्लांट का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि राज्य में इस प्रथम हाइब्रिड मॉडल पर नवीकरणीय ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा से 360 मेगावाट तथा पवन ऊर्जा से 101 मेगावाट उत्पादन की क्षमता पर आधारित प्लांट स्थापित हैं।

 इस मौके पर ऊर्जा मंत्री ने बताया कि आने वाले समय में सौर ऊर्जा की भरपूर संभावना है। हाइब्रिड संयंत्र के जरिए पवन ऊर्जा और सोलर ऊर्जा के प्लांट एक साथ लगाए जा सकते हैं।

नागर ने बताया कि राजस्थान प्रदेश को देश ही नहीं अपितु विश्व भर में सौर ऊर्जा उत्पादन में सिरमौर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और बीकानेर में सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा की भरपूर संभावना है। इसे साकार करते हुए पूरी तरह से विकास किया जाएगा।

नागर ने बाड़मेर जिले के भादरेस स्थित राजवेस्ट के लिग्नाइट आधारित पॉवर प्लांट का भी अवलोकन किया। उन्हांने इस प्लांट को कोयले के आपूर्ति करने वाली माइंस को भी देखा। 

ऊर्जा मंत्री ने गिरल लिग्नाइट प्लांट का भी अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि यह प्लांट लिग्नाइट में सल्फर की मात्रा अधिक होने के कारण वर्ष 2016 से बंद है।
 उन्होंने कहा कि इस बारे में समुचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को समुचित एवं युक्तिसंगत कार्यवाही के दिशा-निर्देश दिए।
राजवेस्ट प्लांट का अवलोकन करते हुए उन्होंने इसे बेहतर स्वरूप में सामने लाने पर जोर दिया और कहा कि राजवेस्ट को अच्छे काम के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है। 

इसके उपरान्त ऊर्जा मंत्री ने बाड़मेर के शिव गांव में जन सुनवाई कर स्थानीय विद्युत समस्याओं का संज्ञान लिया और संबंधित अधिकारियों को समाधान हेतु निर्देशित किया। 

शिव को सीधी लाईन से जोड़े जाने की संभावनाओं पर विचार—
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि शिव क्षेत्र की बिजली समस्याओं के बेहतर समाधान के लिए गिरल द्वारा बन रहे 220 केवी सब स्टेशन से शिव को सीधी लाईन से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए विद्युत प्रसारण निगम को निर्देशित किया गया है कि इससे संबंधित संभावनाओं पर विचार-विमर्श कर यथोचित कार्यवाही करे।


इससे शिव तक सीधी लाईन आ जाने पर शिव के स्वीकृत 132 केवी सब स्टेशन को जोड़ा जाकर कई वर्षों से चली आ रही मांग के पूरा होने का रास्ता खुलेगा।
वर्तमान में सब स्टेशन की बजाय लाईन ओवरलोड होने की स्थिति सामने है जो करीब 13-14 किलोमीटर की है। इससे अर्से से चली आ रही मांग पूरी होगी और शिव क्षेत्र को सौगात मिलेगी, जिससे कि शिव क्षेत्र पर्याप्त बिजली सुविधाओं से लाभान्वित होने लगेगा। 

उन्होंने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की विभिन्न शिकायतों एवं समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए। इसके लिए हर स्तर पर बिजली प्रबन्धन को सुदृढ़ बनाया जाए ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हो। 

ऊर्जा मंत्री ने फलौदी में जन सुनवाई कर आमजन की विद्युत संबंधी समस्याएं सुनी तथा उनके त्वरित निस्तारण का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनसुनवाई में सामने आयी तमाम समस्याओं और शिकायतों का शीघ्रातिशीघ्र समाधान कर प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करें। 

भडला सोलर पार्क — सौर ऊर्जा उत्पादन का अद्वितीय प्रतीक—
ऊर्जा मंत्री  नागर ने बुधवार को जोधपुर के बाप स्थित भड़ला सोलर पार्क का निरीक्षण किया और इसे नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बताया। 

उल्लेखनीय है कि विश्व के सबसे बड़े भड़ला सोलर पार्क लगभग 1500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विस्तृत है और इसकी कुल स्थापित क्षमता 2245 मेगावाट है। 

अवलोकन के दौरान फलोदी विधायक  पब्बाराम विश्नोई भी मौजूद रहे।

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