Highlights
- प्रचार का दौर थमा, अब घर-घर जाकर करेंगे संपर्क।
- कुल 15 प्रत्याशी मैदान में, भाजपा-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला।
- 11 नवंबर को मतदान, 14 नवंबर को आएंगे परिणाम।
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम।
बारां: बारां (Baran) अंता (Anta) उपचुनाव प्रचार थमा। 15 उम्मीदवार मैदान में। भाजपा (BJP) मोरपाल सुमन (Morpal Suman) व कांग्रेस (Congress) प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) प्रमुख। मतदान 11 नवंबर।
अंता उपचुनाव: प्रचार का दौर समाप्त, अब डोर-टू-डोर जनसंपर्क
बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार-प्रसार का दौर बुधवार शाम 6 बजे थम गया है।
समस्त राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।
प्रचार थमने के साथ ही अब सभी प्रत्याशी घर-घर जाकर मतदाताओं से व्यक्तिगत संपर्क साधेंगे।
वे मतदाताओं से मान-मनुहार कर अपने पक्ष में मतदान करने की अंतिम अपील करेंगे।
इस चरण में प्रत्याशी सीधे मतदाताओं से जुड़कर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और समाधान का आश्वासन देंगे।
मैदान में डटे 15 प्रत्याशी
अंता सीट पर होने जा रहे इस उपचुनाव में कुल 21 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था।
इन उम्मीदवारों ने निर्वाचन कार्यालय में कुल 32 नामांकन पत्र जमा कराए थे।
नामांकन पत्रों की जांच और वापसी के बाद अब मैदान में कुल 15 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
यह उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।
इन 15 प्रत्याशियों के बीच कड़ी चुनावी जंग देखने को मिल रही है।
प्रमुख दावेदार और त्रिकोणीय मुकाबला
इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के अलावा कई निर्दलीय दावेदारों ने भी अपना दमखम दिखाया है।
भारतीय जनता पार्टी ने बारां के वर्तमान प्रधान मोरपाल सुमन को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है।
मोरपाल सुमन स्थानीय स्तर पर एक मजबूत पकड़ रखते हैं और पार्टी को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
वहीं, कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को एक बार फिर इसी सीट से टिकट दिया है।
प्रमोद जैन भाया का क्षेत्र में लंबा राजनीतिक अनुभव है और वे कांग्रेस के मजबूत स्तंभ माने जाते हैं।
परंपरागत रूप से इस सीट पर इन दोनों ही मुख्य दलों के बीच सीधा मुकाबला होता आया है।
हालांकि, इस बार बागी और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने भी अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है।
नरेश मीणा की उपस्थिति ने मुकाबले को त्रिकोणीय और अधिक दिलचस्प बना दिया है, जिससे परिणाम अप्रत्याशित हो सकते हैं।
अन्य निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी जीत के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं।
चुनाव प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियां
उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद 21 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी।
रिटर्निंग अधिकारी द्वारा आए सभी नामांकनों की जांच 23 अक्टूबर को सावधानीपूर्वक की गई थी।
नामांकन वापस लेने का समय 27 अक्टूबर तक निर्धारित किया गया था, जिसके बाद अंतिम सूची जारी हुई।
प्रचार का दौर 9 नवंबर की शाम 6 बजे तक जारी रहा, जिसमें विभिन्न दलों के दिग्गज नेताओं ने अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए जनसभाएं कीं।
इन जनसभाओं में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए बड़े-बड़े वादे किए गए।
मतदान की तैयारियां पूरी, कल होगा मतदान
निर्वाचन आयोग ने अंता विधानसभा उपचुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं ताकि मतदाता बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
मतदान 11 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा।
इस महत्वपूर्ण चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे, जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार है।
अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 268 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहां मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे।
क्षेत्र में कुल 2,28,264 पंजीकृत मतदाता हैं जो अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
इनमें 1,16,783 पुरुष मतदाता, 1,11,477 महिला मतदाता और 4 अन्य मतदाता शामिल हैं।
मतदान के लिए सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा चुकी है।
सुरक्षा व्यवस्था में भारी पुलिस बल तैनात
निर्वाचन विभाग द्वारा प्रत्येक मतदान दल के साथ पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान तैनात रहेंगे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इसके अतिरिक्त, क्षेत्र में 12 क्विक रेस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) सक्रिय रहेंगी, जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
43 मोबाइल पार्टियां लगातार गश्त करेंगी और स्थिति पर पैनी नजर रखेंगी।
43 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 12 पुलिस सुपरवाइजरी अधिकारी और 12 एरिया मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं।
चुनाव प्रक्रिया की सुचारु निगरानी के लिए 4 वरिष्ठ पुलिस पर्यवेक्षक और 4 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी तैनात हैं।
चुनाव अवधि के दौरान 13 अंतर्राज्यीय नाके और 5 अंतर जिला नाके सक्रिय हैं।
इन नाकों पर सशस्त्र बलों की निगरानी में लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि अवैध गतिविधियों पर रोक लग सके।
शस्त्र जमा और निरोधात्मक कार्रवाई
भयमुक्त वातावरण में मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाए हैं।
अंता क्षेत्र में कुल 4,262 शस्त्र लाइसेंसधारियों से उनके हथियार जमा कराए गए हैं ताकि शांति भंग न हो।
नाकाबंदी और चेकिंग के दौरान 8 अवैध हथियार और 5 कारतूस जब्त किए गए हैं, जो कानून व्यवस्था के लिए खतरा थे।
असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण पाने के लिए 1,134 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की गई है।
इसके साथ ही, 2,716 व्यक्तियों को मुचलकों पर पाबंद किया गया है ताकि वे चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखें।
निर्वाचन आयोग और स्थानीय प्रशासन निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
मतदाताओं से अपील की गई है कि वे बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
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