Highlights
सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम के लिए व्हील चेयर पर पहुंचे और डीबीटी के माध्यम से बटन दबाकर प्रदेश के 5 लाख 91 हजार 730 लाभार्थियों के बैंक खातों में 87 करोड़ 36 लाख 56 हजार 750 रूपए की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की।
जयपुर | न रूकूंगा, न थकूंगा, बस जनता को राहत देता रहूंगा... ऐसा ही कुछ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा चुनावों से पहले करते दिखाई दे रहे हैं।
दोनों पांवों में चोट और प्लास्टर बंधे होने के बावजूद अपने कार्यों से पीछे नहीं हट रहे हैं।
सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य स्तरीय पालनहार (Palanhar Yojana) लाभार्थी संवाद कार्यक्रम के लिए व्हील चेयर पर पहुंचे और डीबीटी के माध्यम से बटन दबाकर प्रदेश के 5 लाख 91 हजार 730 लाभार्थियों के बैंक खातों में 87 करोड़ 36 लाख 56 हजार 750 रूपए की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की।
इसके अलावा सीएम गहलोत ने राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक 2023 की टीशर्ट भी लांच की।
मुझे छल्ला लग गया,निमोनिया हो गया,फ्रैक्चर हो गया, फिर भी मैं अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की सेवा करता रहूंगा...चाहे किसी पद पर हूं या नहीं हूं-अशोक गहलोत, सीएम.... pic.twitter.com/kG1AhBIieG
— Dinesh Dangi (@dineshdangi84) July 3, 2023
सीएम गहलोत ने अपने आवास पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से लाभार्थियों से संवाद भी किया।
प्रदेश के सभी जिलों में जिला स्तरीय लाभार्थीसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए जिन्हें वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जोड़ा गया।
बता दें कि सोमवार को सीएम गहलोत ने जून और जुलाई महीने की राशि लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की।
तसल्ली का संदेश!
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 3, 2023
आज पालनहार योजना के लगभग 6 लाख लाभार्थियों के सीधे खातों में 88 करोड़ रु की धनराशि हस्तांतरित की।
पालनहारों के खातों में पहुंची ये धनराशि बच्चों की शिक्षा, उनके संरक्षण और उचित देखरेख में मददगार होगी। pic.twitter.com/wPdVR68gbi
गौरतलब है कि प्रदेश में अनाथ, देखरेख व संरक्षण की श्रेणी में आने वाले बालक और बालिकाओं के परिवार के अंदर ही समुचित देखरेख, संरक्षण एवं शिक्षा सुनिश्चित हो सके, इसके लिए पालनहार योजना संचालित है।
योजना के तहत इन बच्चों का पालन-पोषण करने वाले व्यक्ति को बच्चों की शिक्षा, खाने-पीने और कपड़ों की व्यवस्था के लिए प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है।
कार्यक्रम के दौरान सीएम गहलोत चोटिल होने के कारण अपने दोनों पैर एक टेबल पर रखकर बैठे दिखाई दिए।
सीएम ने कहा कि हम किसी भी सरकार की योजना को बंद नहीं करते हैं बल्कि उस योजना को मजबूत करने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि ये पालनहार योजना भी वसुंधरा सरकार की है लेकिन उन्होंने इस योजना के लिए कोई काम नहीं किया।
बोले- भगवान चाहते हैं कि मैं थोड़ा आराम भी करूं
इसी के साथ सीएम गहलोत ने मजाकियां लहजे में कहा कि मेरे दोनों पैरों में चोट लगी है।
इसके पीछे भगवान ये चाहता होगा कि मैं थोड़े दिन आराम करूं। जिस तरह से पिछले दिनों मैं बिना आराम किए लगातार दौरे कर रहा था तो भगवान ने चाहा है कि अब थोड़ा आराम कर लूं।
गौरतलब है कि सीएम गहलोत गुरुवार को अपने निवास पर पिसल कर गिर गए थे और चोटिल हो गए थे जिसके बाद उन्हें SMS अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में जांच के बाद चिकित्सकों ने उनके पैर के एक अंगूठे में हल्का फ्रेक्चर होने की पुष्टि की तो वहीं दूसरे अंगूठे में कंप्रेशन बैंडेज बांधी गई।
इन बच्चों का सरकार करेगी पालनहार
- अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड/आजीवन कारावास प्राप्त माता/पिता के बच्चे।
- पेंशन प्राप्त कर रही विधवा माता के बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे।
- एच.आई.वी./एड्स से पीड़ित माता/पिता के बच्चे।
- कुष्ठ रोग से पीड़ित माता/पिता के बच्चे,नाता जाने वाली माता के बच्चे।
- विशेष योग्यजन माता/पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही तलाकशुदा/परित्यक्ता महिला के बच्चे।
- सिलिकोसिस पीड़ित माता/पिता के बच्चे।