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हरीश चौधरी अब अशोक गहलोत से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने खुला मोर्चा खोल दिया
क्या हनुमान बेनिवाल की आरएलपी के प्रायोजक अशोक गहलोत हैं
क्या हनुमान बेनिवाल की पार्टी को अशोक गहलोत की शह है
बेनिवाल अपने भाषणों में अशोक गहलोत को खूब घेरते हैं
Jaipur | बाड़मेर के बायतू से विधायक और हाल ही में जाट नेता के तौर पर स्थापित होने की कोशिशों में जुटे हरीश चौधरी ने सीधे तौर पर अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चौधरी ने यह मोर्चा न सिर्फ गहलोत बल्कि हनुमान बेनिवाल के खिलाफ भी खोला है।
उन्होंने एक सभा में कहा है कि हनुमान बेनिवाल की आरएलपी पार्टी अशोक गहलोत की ही पार्टी है। एक राष्ट्रीय स्तर के नेता जो पड़ोसी राज्य पंजाब के प्रभारी हैं का यह बयान बड़ा मायने रखता है।
यह बयान यह सवाल भी उठाता है कि अशोक गहलोत का वक्त अब उनकी पार्टी में ही बीत रहा है। इसका जवाब तो कांग्रेस के बड़े नेता ही दे सकते हैं।
आज विधानसभा क्षेत्र चोहटन और अपने विधानसभा क्षेत्र बायतु में नव क्रमोन्नत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयो के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होकर उपस्थित ग्रामीणो से शिक्षा के क्षेत्र में विशेषकर बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। pic.twitter.com/AH3M8YF4aT
— Harish Chaudhary (@Barmer_Harish) December 22, 2022
एक कार्यक्रम में खुले मंच से सम्बोधित करते हुए हरीश चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा एक और पार्टी है जो मुख्यमंत्री गहलोत की प्रायोजित पार्टी है। उन्होंने कहा बड़ी ईमानदारी और जिम्मेदारी से कह रहा हूं।
हमारे सम्मानीय, माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी की पार्टी है पार्टी है। कोई भी ईमानदारी से इसका लेखा—जोखा करना चाहे तो कर ले।
कैबिनेट मंत्री और सांसद रह चुके हरीश चौधरी का कहना है कि वे इस बात को बड़ी ही जिम्मेदारी से कह रहे हैं कि हनुमान बेनिवाल की पार्टी को अशोक गहलोत की शह है। हालांकि बेनिवाल अपने भाषणों में अशोक गहलोत को खूब घेरते भी हैं।
लोकसभा चुनाव में बेनिवाल ने बीजेपी का साथ दिया था। बाद में राहें अलग हो गई।
यह वीडियो दिखाता है कि हरीश चौधरी अब अशोक गहलोत से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने खुला मोर्चा खोल दिया है। हरीश चौधरी का यह मोर्चा गहलोत को कितना परेशान करेगा। यह तो राजनीतिक समीकरण ही बताएंगे।