Highlights
- शक्ति सिंह बांदीकुई ने कांकाणी में मेघवाल समाज सम्मेलन में भाग लिया।
- उन्होंने UGPF की पहल, उद्देश्यों और सामाजिक एकता पर प्रकाश डाला।
- शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और सामाजिक समानता पर एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।
- युवाओं से UGPF से जुड़कर समाज परिवर्तन में भूमिका निभाने की अपील की।
जोधपुर, राजस्थान: जोधपुर जिले के लूणी पट्टी क्षेत्र स्थित कांकाणी गाँव में बाबा रामदेव मंदिर धर्मार्थ न्यास द्वारा एक भव्य मेघवाल समाज सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर यूनाइटेड गवर्नमेंट पब्लिक फोरम (UGPF) के प्रमुख शक्ति सिंह बांदीकुई ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और समाज को संबोधित किया। उन्होंने सामाजिक एकता, शिक्षा और जागरूकता को समाज की प्रगति का मूल आधार बताते हुए UGPF की भूमिका और उसके उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
UGPF: समाज के हर वर्ग को एक मंच पर लाने का लक्ष्य
अपने संबोधन में शक्ति सिंह बांदीकुई ने UGPF के लक्ष्य और कार्यप्रणाली को स्पष्ट करते हुए कहा, "UGPF का मुख्य लक्ष्य समाज के हर वर्ग को एक साझा मंच पर लाना है। हमारा उद्देश्य है कि हम सब मिलकर विकास और अधिकारों की दिशा में ठोस और प्रभावी कदम उठा सकें।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह संगठन किसी भी राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर आमजन की आवाज़ बनने का कार्य कर रहा है। बांदीकुई ने शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और सामाजिक समानता जैसे मूलभूत मुद्दों पर एकजुट होकर काम करने को ही सच्ची सेवा बताया।
युवाओं से UGPF से जुड़ने की अपील
शक्ति सिंह बांदीकुई ने मेघवाल समाज के युवाओं से विशेष अपील करते हुए कहा, "मेघवाल समाज के युवाओं को UGPF जैसे संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़कर अपनी भूमिका निभानी चाहिए।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि जब समाज के लोग अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह जागरूक होंगे, तभी वास्तविक और स्थायी परिवर्तन संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा, "हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारी एकता में निहित है।" बांदीकुई ने यह भी बताया कि UGPF समाज के हर वर्ग के विकास के लिए नीतिगत संवाद का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है, जहाँ विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि मिलकर जनहित के मुद्दों को सरकार तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं।
शिक्षा, सेवा और सद्भाव को प्राथमिकता दें
उन्होंने उपस्थित समाजबंधुओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा, सेवा और सद्भाव को अपने जीवन की प्राथमिकता बनाएं। उनका मानना था कि ऐसा करके ही आने वाली पीढ़ी के लिए एक मजबूत, जागरूक और समृद्ध समाज का निर्माण किया जा सकता है।
इस गरिमामय कार्यक्रम में राज्य सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मलखान सिंह विश्नोई, युवा नेता मुकेश मेघवंशी कालेसरा, कार्यक्रम संयोजक पुखराज मेहरा, अशोक मेहरा, पूर्व सरपंच रामसुख मेघवाल, जगदीश केनिया, धन्नाराम पटेल, बजरंग खुड़ीवाल, भागीरथ जयपाल, हनुमान मेहरा, श्रवण मेहरा, मदन राम और खेताराम बरवड़ सहित बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल का समर्थन किया और कार्यक्रम को सफल बनाया।