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श्री अखिल रावणा राजपूत सेवा संस्थान ने हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह जी देवली के 105वें बलिदान दिवस पर जयपुर में श्रद्धांजलि सभा और अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन आयोजित किया।
जयपुर | राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर राजनीतिक दलों और नेताओं को लेकर ही नहीं बल्कि सामाजिक संगठनों, समाजों को लेकर भी चर्चा में बना हुआ है।
विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न सामाजिक संगठन और समाज के लोग भी अपनी-अपनी मांगों को पूरा करवाने और राजस्थान की राजनीति में खुद का प्रतिनिधित्व बढ़वाने के लिए लगातार जतन कर रहे हैं।
ऐसे में राजधानी जयपुर में शनिवार को रावणा राजपूत समाज ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में श्री अखिल रावणा राजपूत सेवा संस्थान ने हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह जी देवली के 105वें बलिदान दिवस पर जयपुर में श्रद्धांजलि सभा और अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन आयोजित किया।
इस महासम्मेलन में समाज के लोगों ने एकजुट होकर सरकार के सामने अपनी मांगे रखी और विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर टिकट की मांग की।
रावणा राजपूत समाज के महासम्मेलन में जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, आसींद विद्यायक जब्बर सिंह सांखला समेत कई गणमान्य लोगों ने शिरकत की।
यही नहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी महासम्मेलन में वर्चुअली जुड़े और सभा में आए लोगों को संबोधित किया।
इस दौरान रावणा राजपूत समाज के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सिंह सोडाला ने मांग करते हुए कहा कि अभी समाज को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। हम मांग करते हैं कि रावणा राजपूत समाज को एक ही नाम से जाना जाए।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि मेजर दलपत सिंह जी देवली ने तुर्की में हुए युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे किए थे।
ऐसे में समाज के महान यौद्धा के 105वें बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में 23 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए।
समाज ने सरकार के सामने रखी ये प्रमुख मांगें
- रावणा राजपूत जाति के साथ जुड़े अन्य नामों को हटाकर राजस्व रिकॉर्ड में एक नाम किया जाए।
- देश व राज्य में जातिगत जनगणना करवाई जाए।
- हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह जी देवली के नाम से उनके गांव देवली में पैनोरमा बनाया जाए।
- 23 सितंबर को मेजर दलपत सिंह जी देवली की स्मृति में डाक टिकट जारी किया जाए।
- राजस्थान राज्य मेजर दलपत सिंह (हाइफा स्मृति) कल्याण बोर्ड में अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों की नियुक्तियां शीघ्र की जाए।
- मेजर दलपत सिंह जी देवली के शौर्य को विस्तृत रूप से राजस्थान बोर्ड और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
- विधानसभा चुनाव में समाज के संख्या बल के आधार पर कम से कम 5 टिकट दिए जाएं।
- रावणा राजपूत सहित ओबीसी की अति पिछड़ी जातियों को अलग से आरक्षण दिया जाए।
- आनंदपाल सांवराद के एनकाउंटर की सीबीआई जांच में समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाए।