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शहीद के घर दो दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ है, लेकिन वो अपने लालड़े का मुंह देखे बिना ही इस दुनिया को अलविदा कह गया। उसने कहा था कि वह बेटे को देखने जल्द अपने गांव आ रहा है, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
डीडवाना-कुचामन | राजस्थान के नवगठित डीडवाना-कुचामन जिले का सपूत अरुणाचल प्रदेश में शहीद हो गया है।
शहीद के घर दो दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ है, लेकिन वो अपने लालड़े का मुंह देखे बिना ही इस दुनिया को अलविदा कह गया।
उसने कहा था कि वह बेटे को देखने जल्द अपने गांव आ रहा है, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
घर में बेटे का जन्म होने से पूरे परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन जैसे ही बेटे के पिता के शहीद होने की सूचना सामने आई तो मातम छा गया।
शहीद की पार्थिव देह बुधवार रात तक उनके गांव पहुंचेगी।
अरुणाचल प्रदेश में हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, डीडवाना-कुचामन जिले के सरदारपुरा कलां गांव के रहने वाले 27 साल के फरमान खान अरुणाचल प्रदेश में शहीद हो गए।
सोमवार को पहाड़ी इलाके में एक नाले को पार करते समय उनका पैर फिसल गया और घायल हो गए।
जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
शहीद फरमान खान सेना में 13 ग्रेनेडियर्स के ग्रेनेडियर पद पर तैनात थे।
दो दिन पहले ही पत्नी ने दिया बेटे को जन्म
बताया जा रहा है कि शहीद की पत्नी ने दो दिन पहले ही बेटे को जन्म दिया था। बेटे को जन्म देने के बाद उनकी पत्नी अभी अपने पीहर मावा गांव में है।
फरमान की शहादत की खबर की सूचना उनकी मां और पत्नी को नहीं दी गई है। वे दोनों इस खबर से अभी तक अनजान हैं।
शहीद फरमान के पिता का 2018 में निधन हो गया था। परिवार में उनके दो बड़े भाई और पांच बहनें हैं।
महीनेभर पहले आए थे घर
शहीद फरमान खान के 3 साल की बेटी है। अब फोन पर बेटा होने की सुनकर वे काफी खुश थे। तब उन्होंने जल्द ही घर आने की बात कही थी।
बताया जा रहा है कि फरमान एक महीने पहले ही छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। तब उन्होंने अपनी पत्नी से बच्चा होने की खूशखबरी मिलने पर आने का वादा किया था।