Highlights
- अपराध का रास्ता गोली पर खत्म होता है, अपराधियों को हीरो मानना गलत है।
- अपराधियों से फोन पर बात करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- पुलिस अपराधियों की अवैध संपत्तियों को जब्त कर तोड़ेगी।
- विदेशों से ऑपरेट करने वाले गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने की तैयारी है।
सीकर: सीकर (Sikar) में एडीजी दिनेश एमएन (ADG Dinesh MN) ने कहा कि अपराध का रास्ता गोली पर खत्म होता है। आनंदपाल (Anandpal) व राजू ठेहठ (Raju Thehat) का हश्र सामने है। अपराधियों से बात करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।
अपराधियों को हीरो मानना गलत: एडीजी दिनेश एमएन
सीकर पुलिस लाइन में सीकर-झुंझुनूं के पुलिस अधिकारियों की क्राइम मीटिंग के बाद एडीजी दिनेश एमएन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि अपराधियों को हीरो मानने से कोई फायदा नहीं होगा।
आनंदपाल हो या राजू ठेहठ, इनका हश्र सबके सामने है। क्राइम के रास्ते पर अंतिम मुकाम गोली ही है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई: इकोसिस्टम तोड़ने पर जोर
एडीजी ने बताया कि पिछले 1 साल में राजस्थान पुलिस ने देश के बाहर से 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी को भारत लाया गया है।
पुलिस उन लोगों के इकोसिस्टम को तोड़ने के लिए रणनीति बना रही है जो वारदात से पहले रैकी करते हैं। दोनों जिलों में पुलिस इस दिशा में अच्छा काम कर रही है।
शेखावाटी में गैंगवार और चुनौतियां
राजस्थान एंटी टेररिज्म स्क्वॉड, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के एडीजी दिनेश एमएन ने मीटिंग में चर्चा की। उन्होंने बताया कि दोनों जिलों से जुड़ी गैंगवार, एनडीपीएस और आतंकवादी गतिविधियों पर बात हुई।
शेखावाटी में पहले भी गैंगवार काफी रहा है। हाल ही में हुई एक वारदात के बारे में भी पुलिस अधिकारियों से चर्चा की गई।
विदेशों से ऑपरेट करने वाली गैंगों पर शिकंजा
एडीजी ने कहा कि आमजन को धमकियां देने और फिरौती मांगने में स्थानीय और विदेशों में बैठकर ऑपरेट करने वाली बाहरी गैंग सामने आई हैं। इनके खिलाफ एक्शन लेने और आगामी रणनीति पर भी चर्चा हुई है।
सीकर व झुंझुनूं जिले में नशे के सेवन और तस्करी से जुड़ी वारदातों को रोकने की रणनीति पर भी बात की गई। अधिकारियों से सुझाव लिए गए और जरूरी निर्देश भी दिए गए।
अवैध संपत्तियों पर पुलिस का प्रहार
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि पुलिस के जिला स्तरीय अधिकारियों व प्रदेश स्तरीय अधिकारियों के इनपुट साझा किए जाएंगे। आगामी दिनों में अपराधियों की कमर तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।
अपराधियों की प्रॉपर्टी जब्त करने और संगठित अपराध को रोकने के लिए नए कानून बने हैं। इनके तहत अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। अपराधियों की अवैध संपत्तियों को तोड़ने का काम किया जाएगा।
नई गैंगों में गैंगस्टर से जुड़ने वाले और फॉलो करने वाले लोगों की पहचान की जाएगी। उनको तुरंत गिरफ्तार करके क्रिमिनल रिकॉर्ड की लिस्टिंग कर कार्रवाई की जाएगी।
जेल में बंद अपराधियों की भी संपत्तियां होंगी जब्त
एडीजी ने कहा कि जो अपराधी जेल के अंदर हैं, उनकी भी लिस्टिंग की जा रही है। उनकी बेनामी और अवैध संपत्तियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की तैयारी हो गई है।
अपराधियों की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया जाएगा। सीकर और झुंझुनूं में सक्रिय आपराधिक गिरोह को सबक सिखाने के लिए इनसे जुड़े अपराधियों को जेल भेजा जा रहा है, और उनको जेल में ही रखा जाए, यह तैयारी है। सभी फरार अपराधियों को जेल भेजने के लिए रणनीति बनाई गई है।
अपराधियों से संबंध रखने वालों पर भी कार्रवाई
एडीजी ने चेतावनी दी कि जो लोग धमकी देने के लिए संबंधित व्यापारी या अन्य लोगों के नाम गैंगस्टर को उपलब्ध करवाते हैं, उनको भी पहचान कर गिरफ्तार किया जा रहा है।
जो भी नए लड़के अपराधियों की गैंग्स के साथ जुड़ रहे हैं, उन सबके नाम अब पुलिस के पास हैं। उनको सबको जेल भेजने की तैयारी है। जो अपराधियों से फोन पर बात करते हैं, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नशे के खिलाफ अभियान: युवाओं को बचाने की पहल
एडीजी एमएन ने कहा कि जो लोग बाहर से मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं, उनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। वहीं, जो युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं, उनको नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
नशा करने वाले युवाओं के परिवार वालों से भी संपर्क किया जाएगा, ताकि युवा नशे से बचें। पुलिस मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी, लेकिन इसके लिए आमजन का सहयोग भी जरूरी है।
आमजन को भी नशे और अपराधों को रोकने के लिए आगे आना होगा।
शेखावाटी की असली पहचान: शहीद और सैनिक
एडीजी एमएन ने कहा कि शेखावाटी पूरे देश में शहीदों और सैनिकों के लिए प्रसिद्ध है। अपराध और नशा शेखावाटी की पहचान नहीं है।
हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द शेखावाटी क्षेत्र से अपराध और नशे को खत्म किया जाए। इसके लिए शेखावाटी के पढ़े-लिखे लोगों और आमजन को पुलिस का सहयोग करने की जरूरत है।
विदेशों में छिपे गैंगस्टरों पर शिकंजा
अजरबैजान से प्रत्यर्पण किए गए गैंगस्टर सुनील मीणा के बारे में एडीजी दिनेश एमएन ने कहा कि राजस्थान पुलिस पूरी नजर बनाए हुए है। उसको भी जल्द ही पुलिस राजस्थान लेकर आएगी और कड़ी पूछताछ की जाएगी।
बच्चों को बहकाते हैं क्रिमिनल
एडीजी दिनेश एमएन ने कहा कि फिलहाल सबसे बड़ा चैलेंज यही है कि गैंगस्टर विदेश में बैठकर यहां का अपराध ऑपरेट करते हैं। वे सब डरपोक हैं, इसलिए यहां से विदेश भाग गए।
अगर वे इतने ही बड़े गैंगस्टर होते तो उनको यहां ही रुकना चाहिए था। ये अपराधी यहां के छोटे-छोटे बच्चों को बहकाते हैं, उनको सामने कर देते हैं और उनसे वारदात करवाते हैं।
ये बच्चे जिंदगी भर क्रिमिनल बनकर जेल में सड़ते हैं। ये गैंगस्टर बच्चों को कनाडा और लंदन भेजने और करोड़ों रुपए देने के आश्वासन देते हैं।
लेकिन हकीकत यह है कि जिन्होंने भी अपराध किया है, वे सब जेल में हैं। ना कोई कनाडा जाता है ना किसी को रुपए मिलते हैं, इनको तो खाने के भी लाले पड़ जाते हैं।
गिरफ्तारियां और प्रत्यर्पण: अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि अमित पंडित और जग्गा दुर्गत को अमेरिका में गिरफ्तार कर यहां लाने की कार्रवाई चल रही है। अमरजीत बिश्नोई और सुधा कंवर को इटली से डिपोर्ट करने की प्रक्रिया चल रही है।
आदित्य जैन को दुबई से लेकर आए हैं। इसके अलावा सभी एजेंसी अपराधियों को पकड़ने में लगी हुई हैं, चाहे वे देश में हों या विदेश में।
ऐसे अपराधी राजस्थान के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी वांछित हैं। एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) भी इनका पीछा कर रही है। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही सफलता मिलेगी।
मीटिंग में सीकर एसपी प्रवीण नायक नूनावत और झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय भी मौजूद रहे।
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