Highlights
- 80 वर्षीय मां ने बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 9 दिन बाद भूख हड़ताल तोड़ी।
- जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया।
- राजपूत समाज और 36 कौम के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 30 दिन का अल्टीमेटम दिया।
- पुलिस 15 महीने बाद भी गणपतसिंह हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
जालोर: जालोर में गणपतसिंह हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 80 वर्षीय मां ने 9 दिन बाद भूख हड़ताल तोड़ी। सांसद लुंबाराम चौधरी ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। राजपूत समाज ने 30 दिन का अल्टीमेटम दिया है।
जालोर में गणपतसिंह हत्याकांड के 15 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। अपने बेटे के हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर 80 साल की एक बुजुर्ग मां पिछले 9 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी थीं। यह अनशन देर शाम जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी और राजपूत समाज के अन्य लोगों की समझाइश के बाद समाप्त हुआ।
9 दिन बाद टूटा मां का अनशन
मृतक व्यापारी गणपतसिंह की 80 वर्षीय मां, उनकी पत्नी, बेटा-बेटी, भाई-भाभी समेत कुल पांच परिजन लगातार 9 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनका एकमात्र लक्ष्य था कि पुलिस जल्द से जल्द गणपतसिंह के हत्यारों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाए। इस दौरान, सेवादल के जिलाध्यक्ष भैरुपाल सिंह दासपां भी भूख हड़ताल पर थे, जिन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की।
पूर्व मंत्री और विधायक राणावत ने भी सीएम को कराया अवगत
इस गंभीर मामले में बाली विधायक पुष्पेन्द्रसिंह राणावत ने भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अवगत कराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस प्रकरण में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करने का आग्रह किया है, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और कानून व्यवस्था पर जनता का विश्वास बना रहे। समाज के नेताओं ने कहा कि यह केवल एक परिवार का मामला नहीं, बल्कि पूरे समाज और न्याय व्यवस्था का सवाल है।
सांसद लुंबाराम चौधरी ने जूस पिलाकर तुड़वाया अनशन
भूख हड़ताल के आठवें दिन जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी धरनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया। देर शाम, सांसद ने स्वयं बुजुर्ग मां को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया। इस दौरान राजपूत समाज के कई गणमान्य लोग भी मौजूद थे, जिन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

क्या है गणपतसिंह हत्याकांड?
यह मामला करीब 15 महीने पहले का है, जब व्यापारी गणपतसिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई थी। उनकी लाश कीचड़ में औंधे मुंह पड़ी मिली थी। तब से लेकर अब तक पुलिस इस मामले में किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मृतक की पत्नी पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगा चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
राजपूत समाज का महापड़ाव और अल्टीमेटम
पुलिस की निष्क्रियता से आक्रोशित राजपूत समाज समेत 36 कौम के लोगों ने मंगलवार से कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव शुरू किया था। इस महापड़ाव में सुबह 11 बजे से ही कई गांवों के लोग जुटना शुरू हो गए थे। धरना स्थल पर समाज के नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया और सरकार व प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की। राजपूत समाज की कई महिलाएं भी इस प्रदर्शन में शामिल होने पहुंची थीं, जो न्याय की मांग कर रही थीं।
मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, 30 दिन का समय
दिनभर चले प्रदर्शन के बाद, जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गवांडे को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में समाज के नेताओं ने स्पष्ट रूप से 30 दिनों के भीतर हत्यारों को पकड़ने की मांग रखी। साथ ही, यह अल्टीमेटम भी दिया गया कि यदि इस अवधि में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो राजपूत समाज एक उग्र आंदोलन शुरू करेगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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