Sports: मेसी का भारत दौरा: हैदराबाद में बच्चों संग फुटबॉल, कोलकाता में हंगामा

मेसी का भारत दौरा: हैदराबाद में बच्चों संग फुटबॉल, कोलकाता में हंगामा
मेसी का भारत दौरा: हैदराबाद में फुटबॉल, कोलकाता में हंगामा
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Highlights

  • लियोनल मेसी ने हैदराबाद में बच्चों और सीएम रेवंत रेड्डी के साथ फुटबॉल खेला।
  • कोलकाता में अपनी 70 फीट ऊंची मूर्ति का वर्चुअल उद्घाटन किया।
  • कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम से जल्दी निकलने पर फैंस ने तोड़फोड़ की।
  • मेसी मुंबई में सचिन तेंदुलकर और सुनील छेत्री से मिलेंगे।

हैदराबाद: दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी (Lionel Messi) भारत दौरे पर हैं। उन्होंने कोलकाता (Kolkata) में 70 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया। हैदराबाद (Hyderabad) में बच्चों संग फुटबॉल खेला। कोलकाता में जल्दी निकलने पर फैंस ने तोड़फोड़ की।

अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर लियोनल मेसी अपने तीन दिवसीय भारत दौरे के दूसरे चरण में हैदराबाद पहुंचे। शनिवार देर शाम उन्होंने उप्पल स्टेडियम में एक दोस्ताना मैच में हिस्सा लिया, जिसने हजारों फुटबॉल प्रेमियों को रोमांचित कर दिया। इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कई स्कूली बच्चों ने भी उनके साथ फुटबॉल का आनंद लिया।

मेसी दोपहर करीब 2 बजे कोलकाता से हैदराबाद के लिए रवाना हुए थे। शाम 5 बजे के आसपास वे हैदराबाद पहुंचे और रात 8 बजे उप्पल स्टेडियम में आयोजित भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए। स्टेडियम पहुंचते ही उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी रोड्रिगो डी पॉल और लुईस सुआरेज के साथ मिलकर दर्शकों की ओर फुटबॉल फेंकी, जिससे पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

इस खास मौके पर भारतीय राजनीति के प्रमुख चेहरे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मेसी से मिलने पहुंचे। दोनों ने एक-दूसरे से गर्मजोशी से बातचीत की और यादगार तस्वीरें भी खिंचवाईं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं। मेसी ने लगभग 10 मिनट तक बच्चों के साथ फुटबॉल खेला, जिसमें वे बॉल को बच्चों के साथ पास कर रहे थे और उन्हें टिप्स भी दे रहे थे।

मेसी ने मैच जीतने वाली आरआर-9 (RR-9) टीम को गोट कप (GOAT Cup) की ट्रॉफी प्रदान की। इस दौरान उरुग्वे के स्ट्राइकर लुईस सुआरेज और अर्जेंटीना के मिडफील्डर रोड्रिगो डी पॉल भी मंच पर मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई। उप्पल स्टेडियम में एक शानदार लेजर शो का भी आयोजन किया गया, जिसमें मेसी का चेहरा बनाया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया।

कोलकाता में मूर्ति अनावरण और फैंस का हंगामा

अपने भारत दौरे की शुरुआत मेसी ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से की थी। शनिवार सुबह 11 बजे उन्होंने कोलकाता में अपनी 70 फीट ऊंची मूर्ति का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह मूर्ति मेसी के प्रति भारतीय फैंस के अगाध प्रेम का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान भी मौजूद थे, जिन्होंने मेसी के साथ मंच साझा किया।

मेसी को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब एक घंटे रुकना था। हालांकि, अप्रत्याशित रूप से वे निर्धारित समय से काफी पहले, केवल 22 मिनट बाद ही वहां से निकल गए। उनके इस जल्दी प्रस्थान से वहां मौजूद हजारों फुटबॉल फैंस में भारी गुस्सा भर गया, जिन्होंने मेसी को करीब से देखने के लिए घंटों इंतजार किया था।

फैंस का आक्रोश और स्टेडियम में तोड़फोड़

मेसी के अचानक चले जाने से आक्रोशित फैंस ने स्टेडियम में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं और हंगामा करने लगे। इस दौरान स्टेडियम में भगदड़ जैसे हालात भी बन गए, जिससे कई लोग चोटिल होते-होते बचे और सुरक्षाकर्मियों को स्थिति संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

नाराज फैंस ने केवल कुर्सियां ही नहीं फेंकी, बल्कि मैदान पर लगे टेंट को भी उखाड़कर फेंक दिया। पानी की बोतलें और अन्य सामान भी मैदान पर फेंका गया, जिससे कार्यक्रम स्थल पर काफी अव्यवस्था फैल गई। यह घटना मेसी के जल्दी चले जाने के कारण हुई, जिसने आयोजकों की कुप्रबंधन पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।

फैंस ने अपनी पसंदीदा खिलाड़ी को ठीक से न देख पाने और उनके साथ इंटरैक्शन न कर पाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। कई फैंस तो मेसी के टैटू बनवाकर और उनके नाम की जर्सी पहनकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी।

सरकार और आयोजकों की प्रतिक्रिया

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पुख्ता कदम उठाए जाएंगे।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक सताद्रू दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। आयोजकों ने बाद में वादा किया है कि वे उन फैंस को टिकट का पैसा वापस कर देंगे, जो इस घटना से प्रभावित हुए थे।

भारतीय फुटबॉल महासंघ (Indian Football Federation) ने स्पष्ट किया है कि यह कार्यक्रम उनका इवेंट नहीं था और उन्होंने इस घटना से खुद को पूरी तरह से अलग कर लिया। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में ऐसे आयोजनों में अधिक सावधानी बरतेंगे।

इससे पहले, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस इवेंट की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। फैंस ने महंगे टिकटों को लेकर कई शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिसके चलते वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देख भी नहीं पा रहे थे।

राज्यपाल को लोक भवन में कई फोन कॉल और ई-मेल मिले थे, जिनमें फैंस ने बताया कि टिकटों की कीमत उनकी पहुंच से बाहर है और वे मेसी को देखने का अवसर खो रहे हैं। इन्हीं शिकायतों के बाद राज्यपाल ने इस संवेदनशील मामले में रिपोर्ट तलब की थी।

मेसी का 'GOAT इंडिया' टूर: मुंबई और दिल्ली में आगे का कार्यक्रम

लियोनल मेसी संयुक्त राष्ट्र के बाल संगठन यूनिसेफ (UNICEF) के ब्रांड एम्बेसडर हैं। वे भारत में 'GOAT इंडिया' टूर के तहत चार प्रमुख शहरों का दौरा कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों और शिक्षा के लिए जागरूकता फैलाना है। इन शहरों में हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली शामिल हैं।

मेसी का अगला पड़ाव भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई होगा, जहां वे भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और फुटबॉल आइकन सुनील छेत्री से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात भारतीय खेल इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण होगी, जब दो अलग-अलग खेलों के महान खिलाड़ी एक साथ आएंगे।

उनका भारत दौरा 15 दिसंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के साथ समाप्त होगा। यह उच्च-स्तरीय मुलाकात भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

मेसी के भारत दौरे ने देश में फुटबॉल के प्रति जुनून को एक नई ऊर्जा दी है। उनके आगमन से युवा खिलाड़ियों और लाखों फैंस में उत्साह का संचार हुआ है, जो उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। यह दौरा निश्चित रूप से भारतीय फुटबॉल के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा और खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

इस दौरे के माध्यम से यूनिसेफ के संदेश को भी व्यापक जनसमुदाय तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिससे बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयासों को बल मिलेगा। मेसी की वैश्विक अपील और भारत में उनकी लोकप्रियता इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

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