Highlights
- शामली में पति ने बुर्का न पहनने पर पत्नी और दो बेटियों की हत्या की।
- आरोपी फारूक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।
- पुलिस ने आरोपी के पास से तीन तमंचे और कारतूस बरामद किए।
- फारूक 18 साल से पत्नी को बुर्के में रखता था और आधार कार्ड भी नहीं बनवाया था।
JAIPUR | उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शामली (Shamli) में फारूक (Farooq) नामक पति ने बुर्का न पहनने पर अपनी पत्नी ताहिरा (Tahira) और दो बेटियों अफरीन (Afreen) व सहरीन (Sahreen) की निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यह दिल दहला देने वाली घटना शामली में सामने आई है, जहाँ एक सनकी पति ने धर्म के नाम पर अपने ही परिवार को खत्म कर दिया। आरोपी फारूक ने अपनी पत्नी ताहिरा, बेटी अफरीन और छोटी बेटी सहरीन को बुर्का न पहनने की वजह से मौत के घाट उतार दिया।
हत्या का खौफनाक कारण
पुलिस जांच में सामने आया है कि फारूक धर्म के प्रति बेहद कट्टरपंथी सोच रखता था। इसी कट्टरता के चलते उसने अपनी पत्नी और बेटियों की जान ले ली।
वह 18 साल से अपनी पत्नी को बुर्का और नकाब में रखता था, उसे घर से बाहर निकलने की भी आजादी नहीं थी।
कट्टरपंथी सोच और प्रतिबंध
फारूक की कट्टरपंथी सोच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने 18 साल से अपनी पत्नी का आधार कार्ड भी नहीं बनवाया था। उसका मानना था कि आधार कार्ड या राशन कार्ड बनवाने से उसकी पत्नी की फोटो लग जाती, जो उसे मंजूर नहीं था।
अगर पत्नी को मायके जाना होता था, तो वह कैब गाड़ी करके देता था। इसके अलावा, फारूक अपने ससुर को भी अपनी पत्नी से मिलने नहीं देता था जब वे घर आते थे।
पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फारूक को गिरफ्तार कर लिया है। उसे अब जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने आरोपी के पास से तीन 315 बोर के तमंचे और 10 दिन के कारतूस भी बरामद किए हैं।
शामली एसपी का खुलासा
शामली के एसपी ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि जांच में फारूक की कट्टरपंथी मानसिकता सामने आई है। उन्होंने बताया कि आरोपी अपनी पत्नी पर बुर्का पहनने का दबाव बनाता था और इसी बात पर विवाद गहराया।
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