पाली- पुलिस ने भीड़भाड़ वाले स्थानों और बस स्टैंड पर महिलाओं के आभूषण चोरी करने वाली शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग ने पाली, सोजत, ब्यावर, अजमेर, राजसमंद, भीलवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, अहमदाबाद और बनासकांठा (गुजरात) समेत कई जगहों पर दर्जनभर वारदातें करने की बात स्वीकार की है। पकड़ी गईं दोनों महिलाएं सिरोही जिले की रहने वाली हैं।
पाली के जिला पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने बताया कि 20 अगस्त 2024 को पाली के नए बस स्टैंड पर भंवरीदेवी नामक महिला के गले से 2.5 तोला वजनी सोने की चेन चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस पर प्रकरण संख्या 442/2024 के तहत पुलिस थाना कोतवाली में मामला दर्ज किया गया।
घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने बस स्टैंड और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में दो संदिग्ध महिलाएं रोडवेज बस में चढ़ते समय दिखाई दीं। सीसीटीवी के माध्यम से उनका लगातार पीछा किया गया और उनकी पहचान कर ली गई।पुलिस ने गैंग की दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने पाली, सोजत, ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर और कई अन्य स्थानों पर चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।
गैंग की कार्यशैली
पुलिस उप अधीक्षक देरावर सिंह सोढ़ा के अनुसार गैंग की महिलाएं बस स्टैंड और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों को निशाना बनाती थीं। भीड़ का फायदा उठाकर वे बस में चढ़ने वाले यात्रियों के गले से सोने के गहने चोरी कर फरार हो जाती थीं। सुंदर (उम्र 50 वर्ष) पत्नी बाबूलाल निवासी पुरानी कोर्ट के पीछे, मिलानी कॉलोनी, कच्ची बस्ती, थाना पिंडवाड़ा, जिला सिरोही और पूनम (उम्र 26 वर्ष) पत्नी कमलेश निवासी: पुरानी कोर्ट के पीछे, मिलानी कॉलोनी, कच्ची बस्ती, थाना पिंडवाड़ा, जिला सिरोही को पकड़कर पुलिस ने कार्यवाही प्रारंभ की है। इस गैंग को पकड़ने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में पुखराज पटेल, मदनसिंह, जितेंद्र बागोरा, महेश कुमार, पार्वती और खीयाराम जैसे अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे।
पाली पुलिस ने इस कार्रवाई के तहत न केवल स्थानीय जनता को राहत पहुंचाई है, बल्कि अन्य जिलों में भी इस गैंग के आतंक को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है। जांच अभी भी जारी है और अन्य चोरी की वारदातों के खुलासे की उम्मीद है।