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पिछले सालों से अपने समर्थकों के साथ भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाली वसुंधरा राजे ने प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी ही पार्टी के नेताओं में खलबली मचाते हुए खुद का दम दिखाना शुरू कर दिया है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाली से पहले ही सियासी गुलाल उड़ाते हुए अपना सियासी बिगुल बजा दिया है। राजे ने शनिवार को प्रदेश के चूरू जिले में स्थिति बालाजी के धाम सालासर में एक महासभा करते हुए इस साल होने जा रहे विधानासभा चुनाव 2023 के लिए खुद की ताल ठोक दी है। भारतीय जनता पार्टी में वसुंधरा राजे का ये शक्ति प्रदर्शन राजस्थान की राजनीति में कई मायनों से देखा जा रहा है।
राज्य में गहलोत सरकार बनने के बाद से पिछले कुछ सालों से अपने समर्थकों के साथ भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाली वसुंधरा राजे ने प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी ही पार्टी के नेताओं में खलबली मचाते हुए खुद का दंभ दिखाना शुरू कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने जन्मदिन के बहाने अपना शक्ति प्रदर्शन करके पार्टी नेतृत्व का ध्यान भी खुद की ओर खींचने की कोशिश की है।
चूरू के सालासर में जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने कहा कि मैं संगठन की कार्यकर्ता के रूप में मोदी जी और नड्डा जी के नेतृत्व में चल रही हूं। इस दौरान राजे ने ’हे बजरंग बली हनुमान, हे महावीर करो कल्याण।’ के जयकारे लगाते हुए अपने भाषण की शुरुआत की।
दरअसल, राजे आज चूरू के सालासर धाम में अपना जन्मदिन मना रही हैं। इस अवसर पर राजे ने आज सुबह सालासर बालाजी के मंदिर में पूजा-अर्चना करते हुए एक भारी जनसभा का आयोजन रखा। जनसभा से पहले वसुंधरा ने सालासर बालाजी के मंदिर में शनिवार सुबह करीब डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की। इस दौरान पूर्व सीएम का परिवार भी उनके साथ मौजूद रहा।
मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान राजे के पुत्र सांसद दुष्यन्त सिंह, विधायक दीप्ति माहेश्वरी, गंगानगर सांसद निहाल चन्द, जयपुर एमपी रामचरण बोहरा, विधायक अनिता भदेल, विधायक ओमप्रकाश हुडला, चूरू सांसद राहुल कस्वां, जिलाध्यक्ष धर्मवीर पुजारी रहे। राजे ने मंदिर में हनुमान चालीसा और संकट मोचन का पाठ भी किया। इसके बाद वसुंधरा राजे के उत्तम स्वास्थ्य के लिए हवन किया गया। इस दौरान मंदिर के बाहर उनके हजारों समर्थक मौजूद जुटे रहे।
राजे के इस आयोजन में उनके समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। बताया जा रहा है कि, राजे के जन्मदिन कार्यक्रम में एक लाख से ज्यादा लोग प्रदेशभर से जुटे हैं। हालांकि, दूसरी ओर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीष पूनिया ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। पूनिया राजधानी जयपुर में गहलोत सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन में बिजी रहे।
बता दें कि, वसुंधरा राजे के धुर विरोधी माने जाने वाले प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया की जन्मभूमि भी चूरु ही है। ऐसे में राजे का अपनी पार्टी के नेता के गृह नगर में इतना बड़ा आयोजन करना पार्टी के लिए चिंता का विश्य भी बन गया है।
वसुंधरा गुट ने संभाला मोर्चा
आपको ये भी बता दें कि, पूर्व सीएम राजे का जन्मदिन 8 मार्च को आता है लेकिन इस बार होली के त्योहार को देखते हुए राजे ने आज ही सियासी गुलाल उड़ा दी है। जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि वसुंधरा राजे खेमा विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथ लेना चाहता है और इसी के मद्देनजर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से अपनी ताकत दिखाने की पहल कर दी है।
जहां राजे के इस कार्यक्रम से प्रदेशाध्यक्ष सतीषा पूनिया ने दूरी बनाई और वहीं राजे के समर्थक माने जाने वाले पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री यूनुस खान, राजपाल सिंह शेखावत, विधायक कालीचरण सराफ, प्रताप सिंह सिंघवी, गंगानगर सांसद निहालचंद चौहान, चुरू सांसद राहुल कस्वां, झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल, पूर्व उप मुख्य सचेतक मदन राठौड़ सहित कई दिग्गज नेता वसुंधरा राजे के कार्यक्रम में मोर्चा संभालते हुए नजर आए।
सभी नेता राजे की ताकत को दिखाने के लिए ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए तत्पर रहे।