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हालाँकि 26 मई को दिल्ली में आलाकमान द्वारा राजस्थान के मुजद्दी पर ली जाने वाली बैठक ऐनवक्त पर रद्द हो गई और बताया गया कि इस बैठक में राहुल गाँधी शामिल नहीं हो सकते इसलिए इसे रद्द किया गया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही आलाकमान फिर से बैठक बुलाएगा जिसमे सुलह के सभी तरह के फॉर्मूले पर बात की जाएगी.
राजस्थान में विधानसभा के लिए होने वाले चुनावों में अब ज्यादा वक्त नहीं है ऐसे में भाजपा कांग्रेस सहित हर पार्टी राजस्थान फतह के लिए अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज कर रही है. कांग्रेस में सचिन पायलट भृष्टाचार के मुद्दे पर लगातार मुखर हैं. ऐसे में कांग्रेस के अंदुरुनी सूत्रों की माने तो सचिन पायलट को साधने की कोशिश भी अब कांग्रेस में तेज हो चुकी है.
हालाँकि 26 मई को दिल्ली में आलाकमान द्वारा राजस्थान के मुजद्दी पर ली जाने वाली बैठक ऐनवक्त पर रद्द हो गई और बताया गया कि इस बैठक में राहुल गाँधी शामिल नहीं हो सकते इसलिए इसे रद्द किया गया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही आलाकमान फिर से बैठक बुलाएगा जिसमे सुलह के सभी तरह के फॉर्मूले पर बात की जाएगी.
लेकिन तमाम तरह की सियासी रस्सकस्सी के बीच अभी भी सचिन पायलट को लेकर एक बड़ा सवाल बना हुआ है कि अब पायलट को कांग्रेस में किस तरह एडजस्ट किया जाएगा. इसी बीच इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट चर्चा में है. इस रिपोर्ट की माने तो सचिन पायलट को साधने के लिए कांग्रेस एक दूसरे फॉर्मूले पर काम कर रही है.
इस फॉर्मूले के अनुसार राजस्थान में सचिन पायलट को पीसीसी चीफ और किसी जाट लीडर को डिप्टी CM बनाया जा सकते है. वही अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
सचिन पायलट को पीसीसी चीफ बनाने के मुद्दे पर भी एक बड़ी अड़चन CM अशोक गहलोत को लेकर बनी हुई है कि वे इस फॉर्मूले को स्वीकार करेंगे या फिर नहीं. लेकिन सूत्रों की माने तो कांग्रेस में इस फ़ॉर्मूले को लेकर एक बड़ी एक्सरसाइज हुई है. वही जाट फेस में डिप्टी CM की रेस में पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा को सबसे आगे माना जा रहा है.