Highlights
- यूपी में नोटिस बा
- नेहा सिंह राठौर ने गीत में ही संविधान के अधिकार बता दिए
- नेहा सिंह राठौर भारत का संविधान भी साथ लेकर बैठी थी और अनुच्छेद 19 का हवाला देते हुए उसे पढ़कर भी सुना दिया
देशभर में मशहूर लोकगायिका नेहा सिंह राठौर कल से पूरे देश में जबरदस्त ट्रेंड कर रही है. ट्रेंड भी इस तरह की अब जाने माने पत्रकार और सोशल मीडिया यूर्जस खुलकर लोकगायिका के समर्थन में आ गए है. अब इस मामले में इतना बवाल खड़ा हो गया है कि नेहा सिंह के समर्थक उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेर रहे है.
यूपी पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने पर अब नेहा सिंह राठौर ने अपने फेसबुक पेज से लाइव आकर संविधान पर बात की और गीत के माध्यम से ही बताया की संविधान द्वारा उन्हें क्या अधिकार प्राप्त है.
क्या कहा नेहा सिंह राठौर ने
घटना के एक दिन बाद आज फेसबुक लाइव में नेहा सिंह राठौर ने पूरा मामला बताया कि कैसे यूपी पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया. नेहा सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस उन्हें एक क्रिमिनल की तरह ट्रीट कर रही है और नोटिस देने के लिए उन्होंने झूठ का सहारा लिया.
इसके बाद नेहा सिंह राठौर ने संविधान की बात करते हुए कहा कि उन्हें भारत के संविधान से लिखने और गाने की प्रेरणा मिलती और वे भारत के संविधान से प्राप्त अपने अधिकार के तहत ही गा और लिख रही है.
अपने इस फेसबुक लाइव के दौरान नेहा सिंह राठौर भारत का संविधान भी साथ लेकर बैठी थी और अनुच्छेद 19 का हवाला देते हुए उसे पढ़कर भी सुना दिया साथ ही कहा कि मैं संविधान में विश्वास करने वाली लड़की हूं इसलिए आप लोग मुझे डरा नहीं सकते.
संविधान के सुन ले विचार सुन भैया
इसके बाद नेहा सिंह राठौर ने एक गीत भी गाकर सुनाया और गीत - गीत में बताया कि भारत के संविधान से नागरिको को क्या - क्या अधिकार मिले हुए है. इस गीत में भोजपुरी भाषा में नेहा सिंह ने भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त नागरिको को मूल अधिकारों की बात की और एक - एक अधिकार को गीत में गाकर समझा दिया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल इस पूरे मामले के बीच में नेहा सिंह राठौर का गाया एक गाना है जो उन्होंने कानपूर देहात की एक घटना पर गाया था. यूपी के कानपूर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक माँ और बेटी के ज़िंदा जल जाने की घटना पर नेहा सिंह राठौर के गए गाने को यूपी पुलिस ने गंभीरता से लिया और उस गाने को समाज में वैमनष्यता फैलाने वाला मानते हुए एक नोटिस थमा दिया.