Highlights
- NSUI जिलाध्यक्ष विजय जोशी पर सरकारी महिला कर्मचारी से रेप का आरोप।
- शादी का झांसा देकर 30 लाख रुपए हड़पने का भी आरोप।
- पीड़िता ने विजय जोशी की मां और भाई को भी आरोपी बनाया।
- जोशी ने आरोपों को झूठा बताकर कमीशन विवाद का दावा किया।
पाली: पाली (Pali) में सरकारी महिला कर्मचारी ने एनएसयूआई (NSUI) जिलाध्यक्ष विजय जोशी (Vijay Joshi) पर शादी का झांसा देकर रेप व 30 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया। पीड़िता ने औद्योगिक नगर थाने (Audyogik Nagar Police Station) में विजय की मां और भाई के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस जांच कर रही है।
औद्योगिक थाने के एसएचओ सुमेरदान ने बताया कि 24 वर्षीय पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है। उसने बताया कि अप्रैल 2023 में उसे एक मकान की आवश्यकता थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात विजय जोशी से हुई और उसने जोशी का फ्लैट किराए पर ले लिया।
पीड़िता के अनुसार, विजय और उसके परिवार के सदस्यों ने उसके साथ बहुत आत्मीयता से व्यवहार किया। विजय, उसकी मां और भाई अक्सर फ्लैट पर आते-जाते रहते थे, जिससे पीड़िता का उन पर विश्वास बढ़ता गया।
कोल्ड ड्रिंक पिलाकर रेप का आरोप
रिपोर्ट में पीड़िता ने आरोप लगाया कि 3 जुलाई 2025 को वह फ्लैट पर अकेली थी और अपनी मां को याद करके रो रही थी। इसी समय विजय जोशी वहां आया और उसे सांत्वना दी। वह बाजार से कोल्ड ड्रिंक और स्नैक्स लेकर आया।
पीड़िता का कहना है कि कोल्ड ड्रिंक पीते ही वह बेहोश हो गई। इसी का फायदा उठाकर विजय जोशी ने उसके साथ रेप किया। इतना ही नहीं, उसने पीड़िता के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी बना लिए। विजय ने पीड़िता को जल्द ही शादी करने का आश्वासन दिया।
पारिवारिक सदस्य जैसा व्यवहार और विश्वास
पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि विजय ने उसे अपनी मां और भाई से भी मिलवाया था। परिवार के सभी सदस्य उसके साथ पारिवारिक सदस्य जैसा व्यवहार करने लगे थे। इसी विश्वास के कारण उसने अपने साथ हुई रेप की घटना की रिपोर्ट तुरंत दर्ज नहीं करवाई।
विश्वास बढ़ने के बाद पीड़िता विजय पर पूरा भरोसा करने लगी। वह उसके साथ कई शहरों में घूमने भी गई थी। इस बात की जानकारी विजय के परिवार के सदस्यों को भी थी। इस दौरान दोनों के बीच कई बार आपसी सहमति से भी संबंध बने, क्योंकि पीड़िता को विजय के शादी के वादे पर पूरा भरोसा था।
30 लाख रुपए हड़पने का आरोप
पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में एक और गंभीर आरोप लगाया है। उसने बताया कि उसने अपना एक प्लॉट 14 लाख रुपए में बेचा था। यह राशि उसके पास पड़ी थी, जिसकी जानकारी विजय जोशी को थी। विश्वास में लेकर विजय ने उससे यह 14 लाख रुपए भी ले लिए।
इसके अलावा, जब पीड़िता को रुपयों की आवश्यकता हुई, तो उसने लोन लेकर विजय को और पैसे दिए। कुल मिलाकर, विजय ने शादी का झांसा देकर पीड़िता से लगभग 30 लाख रुपए हड़प लिए थे। फरवरी 2025 में, विजय ने घर में सामाजिक कार्यक्रम होने का बहाना बनाकर पीड़िता से फ्लैट भी खाली करवा लिया।
दूसरी लड़की के साथ देखने पर हुआ विवाद
पीड़िता एक सरकारी कर्मचारी है और विजय उसे बार-बार शादी करने का आश्वासन दे रहा था, लेकिन शादी नहीं कर रहा था। एक दिन पीड़िता ने विजय को किसी दूसरी लड़की के साथ देख लिया। इस बात पर दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ।
झगड़े के दौरान विजय ने पीड़िता से कहा कि उसे जो करना है, वह कर ले। उसने साफ इनकार कर दिया कि अब वह न तो उससे शादी करेगा और न ही 30 लाख रुपए वापस देगा। इस घटना के बाद पीड़िता गहरे डिप्रेशन में चली गई और काफी परेशान रहने लगी। आखिरकार, उसने हिम्मत जुटाकर औद्योगिक नगर थाने में मामला दर्ज करवाया।
विजय जोशी का आरोपों पर खंडन
इस मामले में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विजय जोशी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। जोशी ने कहा कि वह एक ठेकेदार है और महिला उससे पार्किंग के ठेके को लेकर कमीशन की मांग कर रही थी।
विजय जोशी का दावा है कि जब उसने महिला को कमीशन नहीं दिया, तो उसने उस पर यह झूठा केस दर्ज करवा दिया। जोशी ने आगे कहा कि उसे न्यायालय पर पूरा विश्वास है और जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और सच्चाई सामने आने का इंतजार है।
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