चांदी और सोने की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल: चांदी 2.28 लाख और सोना 1.38 लाख के पार, एक हफ्ते में कीमतों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

चांदी 2.28 लाख और सोना 1.38 लाख के पार, एक हफ्ते में कीमतों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
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Highlights

  • चांदी की कीमत एक हफ्ते में 27,771 रुपए बढ़कर 2,28,107 रुपए प्रति किलो के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंची।
  • सोने के दाम में भी जबरदस्त तेजी रही और यह 6,177 रुपए महंगा होकर 1,37,956 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया।
  • इस साल अब तक चांदी की कीमतों में 165 प्रतिशत और सोने में 81 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल आया है।
  • विशेषज्ञों के अनुसार साल 2026 तक चांदी 2.75 लाख रुपए और सोना 1.50 लाख रुपए के पार जा सकता है।

मुंबई | भारतीय सर्राफा बाजार में इस हफ्ते चांदी और सोने की कीमतों ने सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के ताजा आंकड़ों के अनुसार चांदी की कीमत में पिछले पांच हफ्तों से लगातार तेजी का सिलसिला जारी है। 19 दिसंबर को एक किलो चांदी की कीमत जहां 2,00,336 रुपए थी वहीं केवल एक हफ्ते के भीतर इसमें 27,771 रुपए का भारी उछाल आया है। अब चांदी की कीमत 2,28,107 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई है। इस हफ्ते चांदी ने लगातार चार कारोबारी सत्रों में अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है और हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को यह 9,124 रुपए की बढ़त के साथ बंद हुई।

चांदी के साथ-साथ सोने की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 19 दिसंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 1,31,779 रुपए था। महज एक हफ्ते के अंतराल में सोना 6,177 रुपए महंगा होकर शुक्रवार 26 दिसंबर को 1,37,956 रुपए के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। निवेशकों के लिए यह साल बेहद मुनाफे वाला साबित हो रहा है क्योंकि कीमती धातुओं के दाम लगातार नए आसमान छू रहे हैं। बाजार में यह तेजी मांग और आपूर्ति के असंतुलन के कारण बनी हुई है।

साल 2024 में निवेश पर मिला बंपर रिटर्न

साल 2024 के आंकड़ों पर नजर डालें तो सोने और चांदी ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। इस साल अब तक सोने की कीमत में 61,794 रुपए यानी लगभग 81.13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपए का था जो अब बढ़कर 1.37 लाख रुपए के पार निकल गया है। वहीं चांदी के भाव में इस दौरान 1,42,090 रुपए की भारी वृद्धि हुई है जो करीब 165.18 प्रतिशत की बढ़त को दर्शाता है। पिछले साल के अंत में चांदी 86,017 रुपए प्रति किलो थी जो अब 2.28 लाख रुपए हो गई है। यह वृद्धि दर्शाती है कि पारंपरिक निवेश के रूप में कीमती धातुएं अब भी पहली पसंद बनी हुई हैं।

सोने और चांदी में तेजी के प्रमुख कारण

सोने की कीमतों में इस ऐतिहासिक तेजी के पीछे तीन मुख्य कारण माने जा रहे हैं। पहला कारण अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना है। अमेरिका द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेतों के बाद डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है जिससे सोने की होल्डिंग कॉस्ट कम हुई और वैश्विक मांग बढ़ी है। दूसरा बड़ा कारण भू-राजनीतिक तनाव है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध और दुनिया के अन्य हिस्सों में बढ़ते तनाव के कारण निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मान रहे हैं। तीसरा कारण चीन जैसे देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की भारी खरीदारी है जो सालभर में 900 टन से ज्यादा सोना खरीद चुके हैं।

चांदी की कीमतों में उछाल के भी अपने विशेष कारण हैं। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है जिससे इसकी औद्योगिक मांग बहुत बढ़ गई है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद टैरिफ बढ़ने के डर से कई कंपनियां चांदी का भारी स्टॉक जमा कर रही हैं। वैश्विक स्तर पर सप्लाई में कमी और मैन्युफैक्चरर्स के बीच पहले से स्टॉक जमा करने की होड़ ने कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। चांदी अब केवल आभूषण तक सीमित न रहकर एक आवश्यक कच्चा माल बन चुकी है।

भविष्य के लिए विशेषज्ञों का अनुमान

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार चांदी की डिमांड में वर्तमान में जो तेजी है वह आगे भी बनी रहेगी। उनके अनुमान के मुताबिक साल 2026 तक चांदी की कीमत 2.75 लाख रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। इसी तरह सोने के भी अगले साल तक 1.50 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार करने की संभावना जताई जा रही है। औद्योगिक मांग और वैश्विक अनिश्चितता इन कीमतों को सहारा दे रही है।

खरीदारी करते समय सावधानी जरूरी

आम ग्राहकों के लिए सोना या चांदी खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड यानी बीआईएस का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड सोना ही खरीदना चाहिए। हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता और कैरेट का पता चलता है। इसके अलावा खरीदारी करने से पहले इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट या अन्य विश्वसनीय स्रोतों से उस दिन के सही भाव की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। अलग-अलग शहरों में मेकिंग चार्ज और ज्वेलर्स मार्जिन के कारण रेट्स में थोड़ा अंतर हो सकता है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि आईबीजेए के रेट्स में जीएसटी शामिल नहीं होता है।

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