Highlights
- देवउठनी एकादशी पर खाटूश्याम बाबा का जन्मोत्सव।
- 27 अक्टूबर को तिलक और विशेष सेवा-पूजा होगी।
- 26 अक्टूबर रात 10 बजे से 27 अक्टूबर शाम 5 बजे तक दर्शन बंद।
- जन्मोत्सव पर बाबा को छप्पन भोग लगाया जाएगा।
सीकर | देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) पर खाटूश्याम बाबा (Khatu Shyam Baba) का जन्मोत्सव है। 27 अक्टूबर को तिलक व विशेष पूजा के कारण 26 अक्टूबर रात 10 बजे से 27 अक्टूबर शाम 5 बजे तक मंदिर में दर्शन बंद रहेंगे।
खाटूश्याम बाबा जन्मोत्सव की तैयारियां
श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान ने बताया कि 27 अक्टूबर को बाबा का तिलक और विशेष सेवा-पूजा की जाएगी।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के चलते भक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्था में बदलाव किया गया है।
दर्शन का समय और मंदिर बंद रहने की अवधि
अध्यक्ष के अनुसार, 26 अक्टूबर की रात 10 बजे से लेकर 27 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक मंदिर में दर्शन पूर्णतः बंद रहेंगे।
यह अवधि बाबा की विशेष सेवा और जन्मोत्सव की तैयारियों के लिए निर्धारित की गई है।
देवउठनी एकादशी पर विशेष आयोजन
देवउठनी एकादशी का दिन बाबा के जन्मोत्सव के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
इस शुभ अवसर पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाएगा और विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे।
संध्या आरती के समय बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र होता है।
भक्तों की उमड़ती भीड़ और आतिशबाजी
देवउठनी एकादशी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए खाटूश्याम मंदिर पहुंचते हैं।
एकादशी से एक दिन पहले रात को तोरण द्वार के नजदीक शानदार आतिशबाजी का आयोजन भी किया जाता है।
यह जन्मोत्सव भक्तों के लिए एक बड़ा पर्व होता है, जिसमें वे बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।